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इन राज्यों में हुआ उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ मामला दर्ज, जमकर हो रहा विरोध
तमिलनाडु सरकार में मंत्री मुख्य मंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदय निधि स्टालिन पर लगातार धाराओं की पुल बंधती जा रही है। आपको बता दे की मुंबई के मीरा रोड पुलिस थाने में दर्ज की गई एफ आई आर में उनके ऊपर आईपीसी की धारा 153ए और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए आईपीसी की धारा 295ए को शामिल किया गया है।
देश में एक के बाद एक कई हैरान कर देने वाले मुद्दे सामने आ रहे हैं, जैसे जैसे लोकसभा चुनावों की अंतिम घड़ी सामने आ रही है उसी कदर देश में पक्ष विपक्ष का बार लगातार देखा जा सकता है। इस वक्त तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन चर्चा का विषय बन रहे हैं, जी हां वह तब से ही चर्चा का विषय बने हुए हैं जब से उन्होंने सनातन धर्म के खिलाफ एक विवादित बयान दिया। उदय निधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों से की जिसके बाद तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिनके बेटे उदयनिधि पर लगातार देश के कई राज्यों में एफआईआर दर्ज किया जा रहे हैं बताया जा रहा है कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए उन पर मुंबई के मीरा रोड पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुआ है। उनका मानना है कि वह विभिन्न समूह के बीच नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
इन राज्यों में हुए स्टालिन पर मुकदमे दर्ज!
पहले उत्तर प्रदेश बिहार तो अब मुंबई कई राज्यों में अब तक सनातन धर्म पर टिप्पणी को लेकर तमिलनाडु सरकार में मंत्री मुख्य मंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदय निधि स्टालिन पर लगातार धाराओं की पुल बंधती जा रही है। आपको बता दे की मुंबई के मीरा रोड पुलिस थाने में दर्ज की गई एफ आई आर में उनके ऊपर आईपीसी की धारा 153ए और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए आईपीसी की धारा 295ए को शामिल किया गया है। पिछले हफ्ते स्टालिन के ऊपर उत्तर प्रदेश के रामपुर में एफआईआर दर्ज हुई थी जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे का नाम भी शामिल था जिन्होंने उदय निधि के बयानों का समर्थन किया था। उन पर यह आरोप लगाया गया कि वह नफरत फैलाने वाले का समर्थन कर रहे हैं इसके अलावा बिहार में मुजफ्फरनगर की जुडिशल मजिस्ट्रेट कोर्ट में भी उदय निधि स्टालिन के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई।
क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने?
दरअसल उधयानिधि स्टॅलिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसे बीमारी से की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि इसे समाप्त करना होगा। 2 सितंबर का दिन उनके लिए बड़ा ही घातक साबित हुआ । जहां उन्होंने एक सम्मेलन के दौरान सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ बयान दिए उन्होंने कहा कि कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता बल्कि उन्हें खत्म कर देना चाहिए हम डेंगू मच्छर मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते उन्हें मिटाना है इसी तरह सनातन को भी मिटाना है जिसके बाद ही उनके इस बयान को लेकर देशभर में विवाद शुरू हो गया।