केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने सोमवार को जानकारी दी कि उन्होंने मध्य रेलवे के आठ पूर्व अधिकारियों और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें चुनिंदा आपूर्तिकर्ताओं को निविदाएं आवंटित करने और अत्यधिक कीमतों पर सामान खरीदने से रेलवे को 22 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि, उन्होंने आरोपियों के 12 स्थानों पर तलाशी ली और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।
इन लोगों की हुई गिरफ्तारी
अधिकारी ने बताया कि इसमें वेद प्रकाश, तत्कालीन वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता, कुर्ला, विजय कुमार, तत्कालीन सहायक मंडल विद्युत अभियंता, सुरेश विट्ठल कापारे, तत्कालीन वरिष्ठ सामग्री प्रबंधक, सुरेशचंद्र जी. बरिया और डी.डी. सॉर्टे, दोनों तत्कालीन सीनियर सेक्शन इंजीनियर, कुर्ला, एच.एस. गोम्स और अंजलि गुप्ता, दोनों तत्कालीन मुख्य कार्यालय अधीक्षक, अरुण प्रताप श्रीराम, तत्कालीन मंडल विद्युत अभियंता, कुर्ला, मध्य रेलवे और अज्ञात अन्य शामिल है। सीबीआई ने कहा कि आरोपी ने निजी आपूर्तिकर्ताओं के साथ गैर-भंडार वस्तुओं को उच्च कीमत पर खरीदने के लिए साजिश की थी।
अत्यधिक दरों पर खरीदा गया था सामान
सीबीआई अधिकारी ने कहा कि वस्तुओं का अस्पष्ट विवरण इस तरह से उल्लेख किया गया था कि इसे जीईएम पोर्टल से नहीं खरीदा जा सकता था और अन्य आपूर्तिकर्ताओं द्वारा समझा नहीं जा सकता था, सिवाय कुछ आपूर्तिकर्ताओं के जो साजिश में शामिल थे। अधिकारी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप सीमित निविदाएं हुईं और इस तरह, चुनिंदा आपूर्तिकर्ताओं और सामानों को 22.60 करोड़ रुपये की निविदाएं आवंटित की गई, जो कथित तौर पर अत्यधिक दरों पर खरीदी गई थी।