वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने अपने सभी फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन उपकरणों सहित कोविड-19 के उपचार में इस्तेमाल होने वाली सभी आयातित खेपों की सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर रास्ता दें। गौरतलब है कि कोविड-19 संक्रमण के मामलों के तेजी से बढ़ने के कारण जीवन रक्षक दवाओं और अन्य उपकरणों की भारी किल्लत हो गई है।
बोर्ड ने ट्वीट किया, ‘‘सीबीआईसी ने अपने सभी फील्ड अधिकारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ इन खेपों की निकासी के निर्देश दिए हैं।’’ सीबीआईसी ने कहा कि इन दिशानिर्देशों का मकसद इन सामानों को जरुरतमंदों तक जल्द से जल्द पहुंचाने में मदद करना है। इसके साथ ही ऑक्सीजन और संबंधित वस्तुओं की निकासी के लिए सीमा शुल्क संबंधित मुद्दों के लिए राजस्व विभाग में नोडल अधिकारी गौरव मसलदन को नियुक्त किया गया है।
In order to ensure that all covid related imported materials and equipment reach the intended beneficiaries within the shortest possible time , CBIC has given directions to all its field formations to clear these consignments on the highest priority. pic.twitter.com/RHCRNY7Jqi
— CBIC (@cbic_india) April 24, 2021
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट किया, ‘‘बंदरगाहों में विशेष रूप से ऑक्सीजन और संबंधित वस्तुओं की निकासी के संबंध में सीमा शुल्क से जुड़ी किसी भी कठिनाई में मदद के लिए सीबीआईसी द्वारा एक नोडल अधिकारी को नियुक्त किया गया है।’’ वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी एक ट्वीट में कहा कि कोविड-19 से लड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के तहत आयातित उपकरणों और दवाओं को समय से पहुंचाने के लिए सीमा शुल्क निकासी में तेजी लाई जाएगी।
देश में एक दिन में कोविड-19 के 3,46,786 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,66,10,481 पर पहुंच गए जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 25 लाख से अधिक हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। इन आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में 2,624 संक्रमितों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,89,544 हो गई है।