कोरोना महामारी के कारण लंबित की गई कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को फिर से आयोजित कराए जाने को लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) मंगलवार को अपने फैसले की सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दे सकता है। सीबीएसई ने पिछले सप्ताह कोर्ट को बताया था कि वह जल्द ही फैसला लेगा।
कोरोना संकट को देखते हुए कुछ अभिभावकों के एक समूह ने 10वीं और 12वीं कक्षा की बाकी परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई तक आयोजित कराने की अधिसूचना को रद्द करने को लेकर याचिका दाखिल की थी। छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन या व्यावहारिक परीक्षाओं के लिए दिए गए अंक के आधार पर अंक प्रदान करने के लिए भी निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।
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महाराष्ट्र, दिल्ली और ओडिशा की सरकारों ने भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय से ऐसा ही अनुरोध किया है। सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘मंगलवार को कोर्ट को फैसले के बारे में अवगत कराया जाएगा और शीर्ष अदालत के निर्देश के मुताबिक एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की जाएगी।’’
अभिभावकों ने याचिका में कहा है कि कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों के बीच परीक्षाओं में बैठने पर छात्रों के संक्रमित होने का खतरा रहेगा। सीबीएसई ने एक जुलाई से 15 जुलाई तक बोर्ड की परीक्षाएं कराने का फैसला किया है ताकि प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के पहले ये संपन्न हो जाएं। इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स 18-23 जुलाई के बीच आयोजित होगी, मेडिकल में प्रवेश के लिए नीट की परीक्षा 26 जुलाई को होगी ।