दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं पेपर लीक के मामले के खुलासे का दावा किया है। 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र प्रश्नपत्र के लीक में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने एक निजी स्कूल के दो शिक्षकों और ट्यूशन देने वाले शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है।
कड़कड़डूमा कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि स्कूल में परीक्षा से आधे घंटे पहले इकनॉमिक्स का पेपर खोला गया और तस्वीर वॉट्सऐप पर बांटी गई। हालांकि एक दिन पहले मेल की गई हस्तलिखित आंसरशीट को लेकर सस्पेंस अभी भी कायम है।
इसके अलावा 10वीं मैथ पेपर लीक को लेकर अभी भी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। शिक्षकों की पहचान बवाना स्थित मदर खजानी कॉन्वेंट स्कूल के ऋषभ और रोहित के रूप में हुई है, जो क्रमश: गणित और भौतिक विज्ञान के शिक्षक हैं।
दिल्ली के विशेष आयुक्त (अपराध) आर. पी. उपाध्याय ने कहा, “उन्होंने कोचिंग सेंटर चलाने वाले तौकीर को प्रश्नपत्र दिया था। उसने व्हाट्सऐप के माध्यम से छात्रों के बीच प्रश्नपत्र को फैला दिया।” उन्होंने कहा कि परीक्षा से एक दिन पहले हाथ लिखा से पेपर लीक किया गया था।
बाद में प्रश्नपत्र की एक तस्वीर परीक्षा से आधे घंटे पहले वायरल हो गई। उपाध्याय ने कहा कि दो शिक्षकों ने परीक्षा के शुरू होने से आधे घंटे पहले प्रश्नपत्र खोल लिया था। उन्होंने वह तौकीर को भेजा, और उसने व्हाट्सऐप पर छात्रों को पहुंचा दिया। उन्होंने कहा, “व्हाट्सऐप पर विभिन्न समूहों के करीब 915 छात्रों ने तस्वीर को देखा।” सीबीएसई ने कहा कि 12वीं कक्षा की अर्थशास्त्र परीक्षा प्रश्नपत्र लीक होने के कारण 25 अप्रैल को दोबारा से आयोजित की जाएगी।
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