भारत चीन के साथ चल रही विवाथ थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच सीडीएस जनरल अनिल चौहान इस मामले को लेकर कहा है कि देश को सबसे बड़ा खतरा चीन की सीमा पर है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि लिपुलेख, बड़ाहोती और अरुणाचल प्रदेश में भी चीन के साथ विवाद है।सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने बॉर्डर टूरिज्म का कल्चर बढ़ाने पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि अपनी सरहदों को देखने की हर किसी की चाहत होती है।इसलिए बॉर्डर टूरिज्म के कल्चर को बढ़ाना होगा।
पलायन को लेकर बोले सीडीएस जनरल अनिल चौहान
उत्तराखंड में सीमा से लगे गांवों में हो रहे पलायन पर सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि प्रदेश के कई गांव वीरान हो गए हैं। हमें संभावना तलाशनी होगी कि क्या ये गांव फिर से आबाद हो सकते हैं। सीमावर्ती गांवों का भी देश की सुरक्षा में अहम योगदान होता है। इसलिए यह जरूरी है कि यहां फिर से आबादी को बसाया जा सके। उन्होंने सीमा क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने की भी पैरवी की। उन्होंने कहा कि हमें यह देखना होगा कि क्या हम वहां सीमा पर्यटन को लोकप्रिय बना सकते हैं। इसके लिए जरूर कदम उठाए जाने चाहिए।
डोकलाम में ढांचे पर लेफ्टिनेंट जनरल कलिता
पूर्वी सैन्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल कलिता ने कहा जहां तक डोकलाम का संबंध है।तो आधारभूत ढांचा विकास को लेकर अभी तक कोई नया घटनाक्रम नहीं देखने को मिला है।