जनरल बिपिन रावत बुधवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे। इस दौरान वह इस नए पद के लिए विशेष तौर पर बनाई गई नई वर्दी भी धारण करेंगे।
उनकी वर्दी का रंग ऑलिव ग्रीन (जैतूनी हरा) रहेगा, लेकिन इसमें तीनों सेनाओं की वर्दी के सभी घटक होंगे। nरक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सीडीएस की वर्दी का रंग मूल सेवा का प्रतिनिधित्व करेगा।’
प्रतीक चिन्ह में दो आर-पार तलवारें, एक बाज और एक एंकर है। इसके अलावा इसके ऊपर अशोक चिन्ह है।
तीनों सेनाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए सीडीएस की टोपी बैज और उपलब्धियों के साथ अलग होगी। रैंकों को इंगित करने के लिए कंधे पर बैटन के स्थान पर एंकर, तलवार और बाज के साथ ही एक मैरून पैच होगा, जो तीनों सेवाओं का प्रतिनिधित्व करता है।
छाती पर सर्विस रिबन वैसे ही रहेगा, लेकिन वर्दी में डोरी नहीं होगी। सीडीएस का निवास 3, कामराज मार्ग पर होगा।
इससे पहले, मंगलवार को जनरल रावत सैन्य प्रमुख के पद से मुक्त हुए और यह जिम्मेदारी उन्होंने जनरल मनोज मुकुंद नरवाने को सौंप दी।
पद छोड़ने से पहले जनरल रावत ने कहा, ‘सेनाध्यक्ष के रूप में मेरे तीन साल के कार्यकाल के दौरान मैं कह सकता हूं कि हमने हथियारों के आधुनिकीकरण, बल पुनर्गठन और गैर-संपर्क युद्ध पर अधिक ध्यान केंद्रित किया।’
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के नियमों में संशोधन किया। संशोधित नियमों के अनुसार, सीडीएस या तीनों सेनाओं के प्रमुख 65 वर्ष की आयु तक सेवा दे सकेंगे।
मौजूदा सरकारी नियमों के अनुसार, तीनों सेनाओं के प्रमुख 62 वर्ष की आयु तक या तीन साल तक सेवा दे सकते हैं (इनमें जो भी पहले हो)।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 24 दिसंबर को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) पद और इसके चार्टर एवं कर्तव्यों को मंजूरी दी। सीडीएस एक 4-स्टार जनरल होगा, जो नए सैन्य मामलों के विभाग का प्रमुख होगा।