यूक्रेन की राजधानी कीव में महायुद्ध के बीच एक भारतीय छात्र ने दूतावास द्वारा कॉल ना उठाने और किसी तरह की मदद न मिलने की शिकायत की है। इस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता वरुण गांधी ने एकबार फिर अपनी ही सरकार पर जमकर निशाना साधा है और उन्हें सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। दरअसल, रूसी आक्रमण के बीच एक भारतीय छात्रा ने अपने जैसे अन्य लोगों के साथ भारतीय दूतावास पर देश से निकालने में मदद मांगने के उनके कॉल को खारिज करने का आरोप लगाया है।
यूक्रेन में फंसी छात्रा ने सरकार से मदद की लगाई गुहार
बीजेपी सांसद वरुण गांधी द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो में लड़की का दावा है कि जहां अन्य देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकाला है, वहीं भारत सरकार उनके लिए “कुछ नहीं कर रही है”। पश्चिमी यूक्रेन में वापस जाने के लिए भारतीय दूतावास की सलाह का उल्लेख करते हुए, छात्र ने कहा कि वे सीमा से 800 किलोमीटर दूर हैं और आधिकारिक सहायता के बिना उस दूरी की यात्रा करने का कोई साधन नहीं है।
भारतीय दूतावास नहीं कर रहा छात्रों का समर्थन
छात्रा ने कहा,”हम भारतीय दूतावास के कर्मचारियों को बुला रहे हैं और वह लगातार हमारे कॉल को खारिज कर रहे हैं। भले ही हमने रोमानियाई सीमा से वीडियो साझा किए हैं जहां लड़कियों को बेरहमी से पीटा जा रहा है। छात्रा ने कहा कि आज दोपहर दूतावास ने हमें बताया कि कीव में वे सभी जो ट्रेन से जा सकते हैं, वे जाएं, लेकिन हमें गाइडेंस देने के बजाय, वे पूरी तरह से हमारी अनदेखी कर रहे हैं। छात्रा ने आगे कहा कि “वे कहते हैं कि वे भारतीय छात्रों को सीमा से निकाल रहे हैं। सीमा हमारे वर्तमान स्थान से 800 किमी दूर है। छात्रों के रूप में हम उन सीमाओं पर कैसे जाएं? भारत सरकार हमारी बिल्कुल भी मदद नहीं कर रही है।”
सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्धभूमि में फंसे हुए है।
ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है।
हर आपदा में ‘अवसर’ नही खोजना चाहिए। pic.twitter.com/6GIhJpmcDF
— Varun Gandhi (@varungandhi80) February 28, 2022
वरुण गांधी ने साधा केंद्र की BJP सरकार पर निशाना
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सोमवार को केंद्र पर तीखा हमला करते हुए दावा किया कि सरकार की निष्क्रियता के कारण रूसी आक्रमण के बीच 15,000 से अधिक भारतीय छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। भारतीय दूतावास भी उनकी सहायता के लिए नहीं आ रहा है, वरुण गांधी ने आरोप लगाते हुए कीव में फंसे भारतीय छात्र का एक वीडियो साझा करते हुए मोदी सरकार को याद दिलाया कि संकट के समय में भारतीय नागरिकों की मदद करना उनका कर्तव्य है।
वरुण ने अपनी ही सरकार से पूछे तीखे सवाल
वरुण गांधी बोले “15,000 से अधिक छात्र अभी भी कुप्रबंधन के बीच युद्ध के मैदान में फंसे हुए हैं क्योंकि भारत सरकार ने सही समय पर सही निर्णय नहीं लिए। ठोस रणनीतिक और कूटनीतिक कार्रवाई करके उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना एक एहसान नहीं बल्कि हमारी जिम्मेदारी है। हर आपदा में ‘अवसर’ की तलाश नहीं करनी चाहिए।”