देश में जारी लॉकडाउन के तीसरे चरण के बीच केंद्र ने राज्य से कहा है कि वह सुनश्चित करें कि स्वास्थ्यकर्मियों को आने-जाने में कोई भी परेशानी न हो उसके साथ ही उनपर क्लीनिक खोलने पर कोई पाबंदी न लगाई जाए। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला सोमवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस सम्बन्ध में एक पत्र लिखा है।
अजय भल्ला ने अपने पत्र में लिखा, कई जगह प्राइवेट क्लीनिक, नर्सिंग होम आदि को खोलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। इन सभी का संचालन काफी जरूरी है। मैं सभी राज्यों और केंद्र शाषित प्रदेशों से अनुरोध करता हूं कि इन सभी चीजों को अनुमति देंगे। इसके साथ ही उन्होंने लिखा, अधिकारी नर्स, मेडिकल प्रोफेशनल, पैरा मेडिकल से जुड़े कर्मी, एंबुलेंस आदि के आवागमन को भी पूरी तरह इजाजत दें।'
उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर प्राइवेट क्लिनिकों और नर्सिंग होम के संचालन की अनुमति नहीं दिए जाने की खबरें आ रही हैं। उन्होंने ध्यान दिलाया कि इन चिकित्सा केंद्रों का चालू होना भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि ये रोजमर्रा के चिकित्सा ढांचे का अभिन्न अंग हैं और अस्पतालों का बोझ कम करते हैं।
इसके अलावा उन्होंने एक और पत्र में सड़कों और रेलवे पटरियों पर पैदल चलने वाले प्रवासी श्रमिकों की स्थिति पर चिंता जाहिर की। उन्होंने राज्यों से कहा है कि उन्हें प्रवासी लोगों को गृह राज्य वापस भेजना सुनिश्चित करने के लिए विशेष ट्रेनों को अनुमति दें। राज्यों से ज्यादा से ज्यादा श्रमिक ट्रेनों में सहयोग करने के लिए कहा है।