केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि टीकों के जरिये लाभार्थियों को पूरी सुरक्षा प्रदान करने के लिए कोविड टीकाकरण कार्यक्रम को समय पर पूरा करना महत्वपूर्ण है, इसलिये वे किशोरों को दूसरी खुराक दिये जाने की रोजाना समीक्षा करें। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र मे केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि किशोर आबादी और उनकी देखभाल करने वालों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक अनुकूल संचार रणनीति भी तैयार की जानी चाहिए, ताकि उन्हें टीकाकरण को समय पर पूरा कराने और टीके पर विश्वास को बनाए रखने के बारे में जागरूक किया जा सके।
15-18 वर्ष की आयु वर्ग के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी
भूषण ने कहा, ”मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप संबंधित अधिकारियों को 15-18 वर्ष की आयु के लाभार्थियों को दूसरी खुराक देने के मामले में तेजी लाने का निर्देश दें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि जिनकी एक खुराक बची है, वे इसे समय पर प्राप्त करें।” भूषण ने कहा कि टीकों के जरिये लाभार्थियों को कोविड -19 से पूरी सुरक्षा प्रदान करने के लिये टीकाकरण कार्यक्रम को समय पर पूरा करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ”यह महत्वपूर्ण है कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश किशोरों को टीके की दूसरी खुराक देने के मामले की अपने स्तर पर दैनिक समीक्षा करें और इसी तरह जिला स्तर पर भी समीक्षा की जाए।”
15 -18 आयु वर्ग के लिए 3 जनवरी से हुई थी टीकाकरण की शुरुआत
15 से 17 साल के किशोरों का टीकाकरण 3 जनवरी को शुरू हुआ था और अब तक एक महीने से भी कम समय में 63 प्रतिशत किशोरों को पहली खुराक दी जा चुकी है। बता दें कि भारत में एक दिन में 1,61,386 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद महामारी के कुल मामलों की संख्या 4.16 करोड़ से अधिक हो गयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटो के दौरान 1,733 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,97,975 हो गयी है।