कोरोना महामारी का गहरा असर शिक्षा के क्षेत्र पर भी पड़ रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार स्कूलों में सिलेबस को कम करने और पढ़ाई-लिखाई के घंटे घटाने के बारे में विचार कर रही है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों के देखते हुए छात्रों तथा अभिभावकों की ओर से हमें इस बारे में काफी सुझाव मिले हैं। ये लोग कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन को देखते हुए स्कूली कक्षाओं के सिलेबस को कम करने और ‘इंस्ट्रक्शनल आवर’ को घटाने की मांग कर रहे हैं।
I would like to appeal to all teachers, academicians, and educationists to share their point of view on this matter using #SyllabusForStudents2020 on MHRD’s or my Twitter and Facebook page so that we can take them into consideration while making a decision.@DDNewslive
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) June 9, 2020
रमेश पोखरियाल निशंक इस संबंध में ट्वीट कर कहा, ‘‘सभी शिक्षक और शिक्षाविद, अपनी राय से अवगत कराएं और मेरे फेसबुक पेज या ट्विटर पर या मंत्रालय के हैश टैग सिलेबस फॉर स्टूडेंट्स 2020 पर अपने सुझाव पेश करें ताकि इस बारे में कोई अंतिम निर्णय लिया जा सके।
गौरतलब है कि कल राज्यों के शिक्षा सचिवों की स्कूल खोलने और परीक्षा आयोजित करने के बारे में बैठक हुई। उन्होंने कहा कि सारे सुझाव को गृह मंत्रालय भेजा गया ताकि वह स्कूल खोलने तथा परीक्षा के बारे में निर्देश और नियमावली बनाएं।