नाम बदलने का यह विवाद 8 सितंबर से 10 सितंबर के बीच हुआ है जब G-20 देश की बैठक के दौरान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के गणमान्य लोगों को एक निमंत्रण पत्र भेजा। जहां इस्पात्र के अंदर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा हुआ था जिसके बाद से ही विपक्ष नाम को लेकर सरकार की ओर राजनीतिक तीर छोड़ने लगे हैं , इस बीच विदेश मंत्रालय ने भी पीएम मोदी के इंडोनेशिया दौरे पर प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत लिख दिया जिसके बाद विपक्ष आग बबूला हो चुका है। इस विवाद के बीच केंद्रीय कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने नाम बदलने की बात को अफवाह बताते हुए उन्होंने कहा है कि संसद के विशेष सत्र में ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला वह भारत सरकार में मंत्री हैं, और जी-20 के लोगों के पत्रों में इंडिया और भारत दोनों ही लिखा हुआ है तो फिर बेवजह अफवाह क्यों फैलाई जा रही है ? और यह अफवाह कौन फैला रहा है?