कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत को लेकर ”अड़चन” पैदा करने के लिये भाजपा की आलोचना करते हुए पूछा कि आखिर भगवा पार्टी इसे जीतने के लिए कितने ”तिकड़म इजाद करेगी”।
चिदंबरम ने कई ट्वीट कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट की वजह से ही आज शक्ति परीक्षण हो रहा है और ऐसी टिप्पणी की जा रही थी कि यह विशुद्ध रूप से राज्य का मामला है। पार्टियों ने राज्य के उच्च न्यायालय में विश्वास नहीं दिखाया। कांग्रेस एवं जद ( एस ) गठबंधन ( चुनाव पश्चात ) ने राज्य उच्च न्यायालय में जाने के बजाय सीधा शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया।
उन्होंने ट्वीट किया , ”सबसे पहले 15 दिन का मौका। दूसरा एंग्लों इंडियन सदस्य। तीसरा गुप्त मतदान। चौथा विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष के साथ मिलीभगत। पांचवें की तलाश चल रही है।” उन्होंने ट्वीट किया , ”कर्नाटक विधानसभा में शक्ति परीक्षण से पहले भाजपा आखिर कितने पैंतरे इजाद करेगी ? आखिर वे कितनी अड़चनें डालेंगे ?”
सबसे पहले, हमें 15 दिन दें। दूसरी, एंग्लो इंडियन सदस्य। तीसरी, गुप्त मतपत्र। चौथी, मिलीभगत वाला अस्थायी स्पीकर। पांचवी, खोज जारी है…
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 19, 2018
कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत पर मतदान से पहले भाजपा कितनी चालें चलेगी? वे कितनी बाधाएं डालेंगे?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 19, 2018
पूर्व वित्त एवं गृह मंत्री ने कहा कि अगर 221 निर्वाचित विधायक ( पुरूष एवं महिलाएं ) यह फैसला नहीं कर सकते कि उनमें से कौन बहुमत रखता है तो ”हम खुद को एक लोकतंत्र क्यों कहते हैं ?” बीएस येदियुरप्पा की भाजपा सरकार को आज शक्ति परीक्षण का सामना करना है । गत 12 मई को हुए मतदान में जनता ने खंडित जनादेश दिया है।
224 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए मतदान में भाजपा को 104 सीटें, कांग्रेस को 78 और जद ( से ) को 37 रिपीट 37 सीटें मिली हैं । दो निर्वाचन क्षेत्रों में विभिन्न कारणों से मतदान नहीं हो सका। कांग्रेस और जद ( से ) ने मतगणना के परिणाम आने के बाद गठबंधन बनाया और सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
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