देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के मद्देनजर चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और दोनों चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा एक साल तक अपने वेतन का 30 फीसदी हिस्सा नहीं लेंगे। आयोग द्वारा सोमवार को इस बात की जानकारी दी गई।
आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार मुख्य चुनाव आयुक्त और दोनों चुनाव आयुक्तों ने स्वेच्छा से अपने वेतन का एक साल तक 30 फीसदी हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। उन्होंने देश में कोरोना के मौजूदा हालातों को लेकर यह फैसला लिया है। आयोग के अधिकारी संसाधन जुटाने की लिए अपना एक तिहाई वेतन नही ले रहे हैं और उसे राजकोष में जमा कर रहे हैं।
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बता दें कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश का हर नागरिक अपने-अपने स्तर पर मदद कर रहे है। केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रधानमंत्री सही सभी सांसदों के वेतन में एक साल के लिए 30 फीसदी की कटौती का निर्णय लिया है। इस फैसले की पेशकश खुद सांसदों, मंत्रियों और अन्य लोगों की थी।
इसके साथ ही केंद्र ने सांसदों ने अपनी सांसद निधि से एक-एक करोड़ रूपये की राशि कोरोना वायरस के लिए गठित कोष में आवंटित करने की बात कही है। बता दें कि देश में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 9 हजार के पार पहुंच गई है।