चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसान यूनियनों के आज पटियाला में शुरू हुए विरोध के मद्देनजर एहतियातन हिरासत में लिये गये सभी किसानों को रिहा करने के आदेश दिये। मुख्यमंत्री ने किसानों की शिकायतों को सुनने और फसल रिण माफी पर उनकी सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के बारे उन्हें अवगत कराने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता और मंडी बोर्ड के अध्यक्ष लाल सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एक समिति का भी गठन किया।
मंत्री ने आज एक बयान में कहा कि डीजीपी और जिला अधिकारियों को किसानों को रिहा करने के लिए कहा गया है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि कुल 377 किसानों में से 34 को पहले ही रिहा किया जा चुका है जबकि 308 अभी न्यायिक हिरासत में है और 35 पुलिस हिरासत में है। उन्होंने किसानों से धैर्य बनाये रखने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में किये गये हरेक वादे को पूरा करने के लिए वह प्रतिबद्ध है। इस बीच सात किसान संगठनों ने रिण माफी और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किये जाने की मांग समेत अपनी मांगों के समर्थन में पटियाला जिले में पांच दिवसीय धरने की आज शुरूआत की।
मुख्यमंत्री के निजी आवास मोती बाग पैलेस से लगभग नौ किलोमीटर दूर पटियाला के बाहरी क्षेत्र में किसान संगठनों को धरने के लिए स्थान मुहैया कराया गया है। किसानों के विरोध के मद्देनजर कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के लिए पटियाला और इसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।