पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के मध्य जारी तनाव के बीच अरुणाचल प्रदेश से भी टकराव की खबर है। सीमा विवाद को लेकर अरुणाचल प्रदेश में भारत और चीन के सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आमने-सामने आ गए। पिछले सप्ताह हुए इस टकराव को कमांडर स्तर की बातचीत के बाद सुलझा लिया गया।
सूत्रों के मुताबिक पिछले हफ्ते भारतीय सैनिकों ने चीन के करीब दो सौ सैनिकों को रोक दिया था। घटना अरुणाचल प्रदेश के यांगत्से के करीब तवांग सेक्टर में हुई। सेना के सूत्रों ने बताया कि कुछ घंटे तक फिजिकल इंगेजमेंट के बाद तय प्रोटोकॉल के हिसाब से बातचीत के बाद मामले को सुलझा लिया गया।
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रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि भारत-चीन सीमा का औपचारिक रूप से सीमांकन नहीं किया गया है। दोनों देशों की सीमा रेखा परसेप्शन पर आधारित है और परसेप्शन में अंतर है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक दोनों देश अपनी-अपनी धारणा के मुताबिक पेट्रोलिंग करते हैं।
दोनों देशों के बीच मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के पालन से अलग-अलग धारणाओं के इन क्षेत्रों में शांति और शांति संभव हुई है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि चीन ने घुसपैठ की कोशिश भारतीय बंकरों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से की थी।
गौरतलब है कि बीते साल अप्रैल से ही पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनातनी जारी है। डेढ़ साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी तनाव ख़त्म नहीं हुआ है। दोनों देशों के बीच गतिरोध दूर करने के लिए सैन्य स्तर की बातचीत जारी है तो साथ ही चीन की ओर से उकसावे वाली कार्रवाई भी। चीन एलएसी पर लगातार अपने सैनिकों की तादाद बढ़ा रहा है।