चीन और भारत के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने पड़ोसी देश की मंशा पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि चीन के साथ मूल विवाद सीमा को लेकर है, लेकिन चीन की मंशा इस विवाद को कायम रखने की है। सेना प्रमुख के मुताबिक चीन जानबूझकर इस विवाद को खत्म नहीं करना चाहता है, इतना ही नहीं सेना प्रमुख ने आगे कहा कि भारतीय सैनिक सीमा पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
जनरल मनोज पांडे ने जवानों को ड्यूटी पर डटे रहने का दिया निर्देश
जनरल मनोज पांडे ने कहा कि भारतीय सेना का मकसद अप्रैल 2020 से पहले पूर्वी लद्दाख में यथास्थिति बहाल करना है, उन्होंने कहा कि सीमा पर तैनात जवानों को अपनी ड्यूटी पर डटे रहने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सैनिकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि उन्हें चीन द्वारा यथास्थिति को बदलने के किसी भी प्रयास को विफल करना होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल मनोज पांडे ने कहा कि चीन के साथ मूल मुद्दा सीमा विवाद का समाधान करना है। लेकिन हमें लगता है कि चीन की मंशा इस विवाद को उलझाए रखने की है। उन्होंने कहा, "एक देश के रूप में हमें वास्तविक नियंत्रण रेखा और स्थिति को बदलने के किसी भी प्रयास को रोकना और उसका मुकाबला करना है।"
पिछले हफ्ते जनरल पांडे ने संभाला सेना प्रमुख का पदभार
बता दें कि जनरल मनोज पांडे ने पिछले हफ्ते ही भारतीय सेना के प्रमुख का पदभार संभाला है। उन्होंने कहा कि राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत के बाद पैंगोंग त्सो के उत्तर और दक्षिण की ओर, गोगरा और गलवान के गश्त बिंदु 14 को हटा दिया गया है। हमें उम्मीद है कि बाकी क्षेत्रों में भी बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा। हमारा उद्देश्य सीमा पर अप्रैल 2020 की यथास्थिति को बहाल करना है।