भारत और चीन के बीच LAC पर लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच बीते दिनों अरुणाचल प्रदेश से गायब हुए पांच भारतीय नागरिक चीन के कब्जे में थे। भारत के दबाव के बाद पीएलए ने जवाब दिया और कहा कि पांचो भारतीयों को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा। लेकिन चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि ये पांच भारतीय खुफिया विभाग के आदमी हैं और चरवाहों के रूप में चीन की सीमा में आए हैं।
ग्लोबल टाइम्स के संपादक हू शिजिन ने ट्वीट कर कहा, जहां तक मुझे जानकारी है, 5 भारतीय जासूसी दल के सदस्य शिकारियों के गुप्त वेष में थे और वे वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार करके चीन के तिब्बत के शन्नान प्रीफेक्चर में जासूसी करने के लिए घुसे थे। उन्हें चीनी पक्ष ने हिरासत में लिया है। इन्हें चेतावनी दी गई है और शिक्षा दी गई है। उन्हें जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा। हालांकि आज सुबह ही खबर आयी कि चीन पांचो भारतीय नागरिकों को छोड़ दिया है ।
Based on what I know, five Indian intelligence members disguised themselves as hunters and crossed the LAC into the Shannan prefecture of China’s Tibet to pry intelligence. They were detained by the Chinese side and received warning and education. They will soon be released.
— Hu Xijin 胡锡进 (@HuXijin_GT) September 12, 2020
केंद्रीय युवा मामलों एवं खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरण रिजिजू ने शुक्रवार को कहा कि चीन शनिवार को अरुणाचल प्रदेश के पांच युवकों को भारत सरकार को सौंप देगा। बता दें, ये युवक इस महीने की शुरुआत में भूलवश चीनी सीमा में प्रवेश कर गए थे।
The Chinese PLA has confirmed to Indian Army to hand over the youths from Arunachal Pradesh to our side. The handing over is likely to take place anytime tomorrow i.e. 12th September 2020 at a designated location. https://t.co/UaM9IIZl56
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) September 11, 2020
पांचों युवक 2 सितंबर से लापता थे। बाद में पता चला कि वे गलती से चीनी सीमा में प्रवेश कर गए हैं। रिजिजू ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा, “चीन के पीएलए ने भारतीय सेना से इस बात की पुष्टि की है कि अरुणाचल के पांचों युवकों को भारत के हवाले कर दिया जाएगा।