कारोबारियों के संगठन अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ ने देश के 5-जी मोबाइल नेटवर्क में चीन की कंपनियों को शामिल नहीं करने की अपील की है। परिसंघ के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को रविवार को लिखे एक पत्र में कहा कि देश में कुछ समय बाद लागू होने वाले 5 जी नेटवर्क की प्रक्रिया से चीनी कंपनियों हुवावे तथा जेडटीई कारपोरेशन को पूर्ण रूप से बाहर रखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र की सम्प्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा तथा लोगों के व्यक्तिगत डाटा की सुरक्षा को देखते हुए इन दोनों कंपनियों को 5 जी नेटवर्क में भाग लेने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। खंडेलवाल ने कहा कि ऐसे समय में जब सारा राष्ट्र चीन द्वारा भारत की सीमा पर अनेक प्रकार की अवांछनीय गतिविधियां कर रहा है, ऐसे में किसी भी चीनी कम्पनी को सुरक्षा से संबंधित किसी भी विषय पर जोड़ना भारत के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि जिस तेजी से देश में स्मार्टफोन के उपयोग में प्रतिवर्ष वृद्धि हो रही है उस कारण से भारत का विशाल डाटा भी 5 जी के जरिये इकठ्ठा होगा। उस डाटा का कोई दुरूपयोग न हो और डाटा भारत के हितों के विरुद्ध इस्तेमाल न हो, उसको रोकने के लिए वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए, इन दोनों कंपनियों को 5 जी नेटवर्क से दूर रखा जाना देश के हित में होगा।