विश्व हिंदू परिषद (VHP) धर्मांतरण रोधी कानून को राष्ट्रीय स्तर पर लागू कराने के लिए भरपूर कोशिश कर रही है। संगठन के महासचिव मिलिंद परांडे ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि VHP पहले ही उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड , कर्नाटक और मध्यप्रदेश जैसे कुछ राज्यों में धर्मांतरण रोधी कानून सुनिश्चित कराने में सफल रहा है तथा तमिलनाडु सरकार को भी राज्य स्तर पर इसी तरह का कानून लागू करना चाहिए।
VHP नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी इच्छा है कि तमिलनाडु में भी इसी तरह का कानून पारित किया जाए जहां ईसाई धर्मांतरण गतिविधि का एक बड़ा खतरा है जो पूरी तरह से अवैध है। और इसलिए हम इस मुद्दे को उठाएंगे।’’
हिंदू समाज को चुनौतियों पर करना चाहिए काम
परांडे ने कहा, VHP दो साल में 60 साल पूरे करेगी। हम एक विस्तार अभियान चला रहे हैं और हिंदुओं के सामने आने वाली कुछ चुनौतियों जैसे लव जिहाद, गोहत्या, धर्मांतरण और कुछ क्षेत्रों में कम होती हिंदू आबादी जैसे विषयों पर समाज में जागरूकता पैदा कर रहे हैं।’’उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को चुनौतियों पर काम करना चाहिए।परांडे ने कहा, इसलिए हम इसके लिए समाज से संपर्क करेंगे।VHP स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तीकरण और कौशल विकास में 5,700 सेवा परियोजनाएं चलाती है और हमारी इच्छा है कि अगले दो वर्षों के भीतर देश के हर जिले में सेवा परियोजनाएं शुरू हो जाएं।