सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न आरोप के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए वकील उत्सव बैंस को नोटिस जारी किया। न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा, न्यायमूर्ति रोहिंटन नरीमन और दीपक गुप्ता की नवगठित पीठ ने वकील बैंस को नोटिस जारी किया।
अधिवक्ता बैंस ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल कर दावा किया था कि मुख्य न्यायाधीश को फंसाने के लिए यह शिकायत की गई है। इस मामले की सुनवाई कल होगी। सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस में अधिवक्ता से हलफनामे के पैरा 17 और 20 का विवरण देने और इस संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा है।
रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ में होने वाली सुनवाई स्थगित
शनिवार को मुख्य न्यायाधीश पर आरोप लगने के बाद एक विशेष पीठ इस मामले को तुरंत देखने लिए गठित की गई। विशेष पीठ में मुख्य न्यायाधीश गोगोई के साथ न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को शामिल किया गया था, हालांकि जब पीठ ने उस दिन आदेश पारित किया और उसे सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर डाला तो मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का नाम आदेश में नजर नहीं आया।
अब इस मामले की सुनवाई नयी पीठ कर रही है जिसमें न्यायमूर्ति मिश्रा, न्यायमूर्ति नरीमन और न्यायमूर्ति गुप्ता शामिल है। मुख्य न्यायाधीश पर सुप्रीम कोर्ट में काम करने वाली एक पूर्व अधिकारी जो कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत थी यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उसने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा है कि यौन उत्पीड़न मामले की वजह से उसे पद से अचानक निलंबित कर दिया गया।