प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की संचालन परिषद की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अमरिंदर सिंह शामिल नहीं होंगे। यह परिषद सरकार के थिंक टैंक की शीर्ष संस्था है। सभी मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उप राज्यपाल, कई केंद्रीय मंत्री और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी इसके सदस्य हैं।
एक आधिकारिक वक्तव्य के मुताबिक, शनिवार को होने वाली परिषद की बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करेंगे। इसमें कृषि, अवसंरचना, निर्माण तथा मानव संसाधन विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी 20 फरवरी को होने वाली नीति आयोग की बैठक में संभवत: शामिल नहीं होंगी।’’
इससे पहले भी बनर्जी नीति आयोग की बैठकों को ‘निरर्थक’ बताते हुए उनमें शामिल नहीं हुई हैं। बनर्जी का कहना है कि इस संस्था के पास कोई ‘वित्तीय शक्तियां’ नहीं हैं और यह राज्य की योजनाओं में कोई मदद नहीं दे सकती है। अमरिंदर सिंह के करीबी सूत्रों ने बताया, ‘‘ पंजाब के मुख्यमंत्री अस्वस्थ हैं और उनके नीति आयोग की बैठक में नहीं आने की संभावना है। राज्य के वित्त मंत्री उनकी जगह बैठक में हिस्सा लेंगे।’’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भी इस बैठक में शामिल नहीं होने की संभावना है।