ग्वालियर: संभागीय कमिश्नर श्री एस एन रूपला ने मलेरिया, डेंगू व मच्छरों जनित अन्य बीमारियों के प्रभावी नियंत्रण पर जोर दिया है। उन्होंने नगर निगम, मलेरिया और चिकित्सकों का संयुक्त दल बनाकर लार्वा को जड़ से खत्म करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिये घर-घर सर्वे करने की आवश्यकता पर जोर दिया। कमिश्नर श्री रूपला मेला विकास प्राधिकरण के कार्यालय के सभा कक्ष में डेंगू व मलेरिया कीप्रभावी रोकथाम के लिये नगर निगम, मलेरिया अधिकारी एवं चिकित्सकों को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में आईजी श्री अनिल कुमार, कलेक्टर श्री राहुल जैन, नगर निगम कमिश्नर श्री विनोद शर्मा, जेएएच के संयुक्त संचालक डॉ. जे एस सिकरवार, मेडीकल कॉलेज के प्रभारी अधिष्ठाता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस एस जादौन, सिविल सर्जन डॉ. आर सी गुप्ता, संभागीय स्वास्थ्य के संयुक्त संचालक डॉ. दीक्षित, मलेरिया अधिकारी सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।
बैठक को संबोधित करते हुए कमिश्नर श्री रूपला ने कहा कि मलेरिया, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग का संयुक्त दल बनाकर घर-घर जाकर सर्वे करके लार्वा को जड़ से खत्म करें। उन्होंने प्रत्येक गली-मोहल्लों में साफ-सफाई पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हरदिन की गई कार्यवाही का वाट्सएप मुझे एवं कलेक्टर को भेजें। कमिश्नर ने कहा कि अभीतक शहर के 60 वार्डों से 214 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। दिन-प्रतिदिन डेंगू मरीजोंकी संख्या बढ़ रही है। इस पर प्रभावी नियंत्रण हो। इसी तरह मलेरिया की रोकथाम हेतुकीटनाशकों को छिड़काव किया जाए। कमिश्नर ने डीन को निर्देश दिए कि डेंगू की जांच की रिपोर्ट जल्दी आए, इसमें विलम्ब न हो।
कलेक्टर राहुल जैन ने कहा कि मेडीकल के चिकित्सकों को वार्डों में जाने के लियेनिर्धारित किया गया है, लेकिन वे वार्डों में नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा किडेंगू से जो एक डेथ हुई है, उसकी ऑडिट रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत की जाए। उन्होंनेकहा कि गठित दल घर-घर सर्वे भी करें। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय कीपैथोलॉजी और एफरेसिस मशीन भी चालू हो गई है।
कलेक्टर ने कहा कि जिला चिकित्सालयमें सुविधाओं के बाबजूद अनावश्यक रूप से मरीजों को रिफर नहीं किया जाए। उन्होंनेकहा कि ब्लड से प्लेटलेट्स सेपरेट करने के लिये जेएएच से समन्वय स्थापित कर सस्तीदर पर रियेजेन्ट प्राप्त कर जिला चिकित्सालय में ही मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाने की व्यवस्था रहे। नगरनिगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा ने बताया कि सभी वार्डों में डब्ल्यूएचओ को 50 – 50 घर सर्वे के लिये दिए गए हैं। जगह-जगह फॉगिंग मशीनें भी लगाई गई हैं। बैठक में मुख्य चिकित्सालय एवं स्वास्थ्यअधिकारी डॉ. जादौन, सिविल सर्जन डॉ. गुप्ता ने डेंगू एवं मलेरिया मरीजों के लियेकी गई उपचार व्यवस्थाओं को बताया।