विधानसभा चुनावों के बीच रविदास जयंती पर राजनीतिक दलों के बीच आस्था की होड़ लग गई है। इस मोके पर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के करोलबाग़ स्थित रविदास मंदिर पहुंचे तो वहीं विभिन्न नेता उत्तर प्रदेश के वाराणसी से पंजाब की सियासत साधने की कोशिश करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह रविदास मंदिर पहुंचेंगे। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने वाराणसी के रविदास मंदिर में दर्शन किए।
संत रविदास जन्मस्थल चैरिटेबल ट्रस्ट ने वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राजनीतिक नेताओं को न्योता भेजा है। एडीएम (प्रोटोकॉल) बच्ची सिंह ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के रविदास जयंती समारोह में शामिल होने के कार्यक्रम मिले हैं। उन्होंने कहा कि तीनों वीआईपी सुबह पहुंचेंगे और दोपहर तक चले जाएंगे।
राष्ट्रपति ने दी देशवासियों को शुभकामनांए
रविदास जयंती के अवसर पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी। बता दें कि एसजीआरजेसीटी के अध्यक्ष और रविदासिया धर्म के प्रमुख संत निरंजनदास के सैकड़ों अनुयायियों के साथ एक विशेष ट्रेन से पहुंचने के बाद मंगलवार से सीर गोवर्धनपुर में 15वीं शताब्दी के रहस्यवादी कवि-संत और दलित आइकन संत रविदास के जन्मस्थान पर तीन दिवसीय समारोह शुरू हुआ। तीर्थयात्रियों को लेकर एक और विशेष ट्रेन मंगलवार दोपहर यहां पहुंची। ट्रस्ट के अधिकारियों ने कहा कि एक लाख से अधिक तीर्थयात्री पहले ही आ चुके थे जिन्होंने मंगलवार शाम तक रविदास मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्य समारोह बुधवार सुबह होगा जब संत निरंजनदास रविदास घाट जाएंगे और संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे।
निर्वाचन आयोग ने पंजाब के चुनाव को किया था पुनर्निर्धारित
भारत निर्वाचन आयोग ने 14 फरवरी से 20 फरवरी तक रविदास जयंती समारोह के मद्देनजर पंजाब में विधानसभा चुनावों को पुनर्निर्धारित किया था। बहुजन समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मायावती ने 1997 और 2008 के बीच क्षेत्र को विकसित करने के अपने प्रयासों के साथ संत रविदास के जन्मस्थान और उनकी जयंती के राजनीतिक महत्व को बढ़ा दिया था, जब उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में रविदास जयंती में भाग लिया और मंदिर को एक सोने की पालकी भेंट की थी। उन्होंने रविदास पार्क और गंगा के किनारे संत के नाम पर एक घाट भी बनवाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 और 2019 में रविदास जयंती समारोह में भाग लिया, जबकि योगी आदित्यनाथ ने 2018 में इसमें भाग लिया और कई बार दौरा किया। राहुल 2011 में रविदास मंदिर गए थे, 2016 में केजरीवाल और 2021 में प्रियंका और अखिलेश रविदास जयंती में शामिल हुए थे।