लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भाजपा की विजय पर बधाई का एक प्रस्ताव आज मंजूर किया। विपक्षी सपा और बसपा सदस्यों ने बहिर्गमन किया, जबकि कांग्रेस सदस्य विरोधस्वरूप आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में प्रस्ताव पेश किया। कांग्रेस के नेता अजय कुमार लल्लू आसन के सामने आ गये और कानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग करने लगे। बसपा विधायक दल के नेता लालजी वर्मा ने भी चर्चा की मांग उठायी लेकिन अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इसकी अनुमति नहीं दी। इस पर वर्मा और उनकी पार्टी के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गये। नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी के नेतृत्व में सपा सदस्य भी सदन से बहिर्गमन कर गये। इस बीच कांग्रेस सदस्य आसन के सामने आकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों ने एक बार फिर संकेत दे दिया है कि नकारात्मक राजनीति से उबरकर विकास के प्रति रचनात्मक दृष्टि लेकर चलने की आवश्यकता है।
योगी ने कहा, इन चुनावों ने एक बार फिर संकेत दिया है कि हम नकारात्मक राजनीति से उबरकर विकास के प्रति, पूरे देश के प्रति एक रचनात्मक दृष्टि लेकर चलें तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा, जो जीत रहा है, वही सिकंदर है। उन्होंने कहा, जीत का कोई विकल्प नहीं हो सकता है…नकारात्मक दृष्टिकोण छोड़ देंगे तो प्रदेश का भला होगा। योगी ने कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम उन लोगों के लिए सबक है, जो राजनीतिक शिष्टाचार भूल चुके हैं और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। योगी ने विधान भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, गुजरात और हिमाचल प्रदेश के परिणाम उनके लिए सबक है, जो राजनीतिक शिष्टाचार भूल गये हैं और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी पर प्रश्नचिहन लगाने वालों को अब उनका नेतृत्व स्वीकार करना होगा। उन्होंने कहा, उथर प्रदेश की जनता की ओर से हम मोदी जी और अमित शाह जी को बधाई देते हैं। यह आर्थिक सुधारों की विजय है। मोदी के नेतृत्व ने देश को आर्थिक रूप से स्थापित किया है, जिन्होंने गुजरात मॉडल पर सवाल उठाये थे, उन्हें अब परिणाम देखना चाहिए। यह मोदी जी की नीतियों की विजय है।
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