कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि CAA को पारित हुए दो साल हो गए मगर आज तक नियम नहीं बने। सरकार कोविड का बहाना दे रही है। सदन में जब चर्चा हुई थी हमने कहा था कि किसी पीड़ित को शरण ना देना हमारी संस्कृति नहीं है। धर्म के आधार पर भेदभाव करना हमारे देश की तहजीब नहीं है।
CAA को केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में संसद में पास किया था। इस बिल का उद्येश्य पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये 6 समुदायों (हिन्दू, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध तथा पारसी) के शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देना है। इन 6 समुदायों में मुस्लिम समुदाय को शामिल ना किये जाने पर कई राजनीतिक पार्टियाँ इसका विरोध कर रहीं हैं।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान ऐलान किया था कि देश में कोरोना समाप्त होने के बाद CAA कानून को लागू किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री के इस ऐलान के बाद एक बार फिर CAA का जिन्न बाहर आ गया है। उनके इस बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियां लगातार सामने आ रही हैं।