रायपुर : छत्तीसगढ़ के चुनावी मिशन में सत्ता में वापसी को लेकर कांग्रेस ने मैदानी क्षेत्रों समेत संगठनात्मक स्तर पर ताकत झोंकी हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ दौरे में 15 अगस्त तक सभी सीटों में प्रत्याशी तय कर दिए जाने के दावे किए थे। राहुल के दावों पर प्रदेश संगठन ने कवायदें तेज कर दी है। वहीं एआईसीसी ने भी स्क्रीनिंग कमेटी का ऐलान कर अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है।
प्रत्याशी चयन को लेकर अब सिलसिलेवार सभी कमेटियां अस्तित्व में आ चुकी है। सूत्रों के मुताबिक 15 अगस्त तक प्रत्याशियों के चयन के बावजूद इसका ऐलान तत्काल नहीं होगा। हालांकि इसके लिए प्रत्याशियों को ईशारा जरूर कर दिया जाएगा। संगठन के संकेतों के बाद प्रत्याशी अपने अपने क्षेत्रों में प्रचार अभियान भी शुरू कर देंगे। प्रदेश चुनाव समिति कांग्रेस ने पहले ही घोषित कर दी है।
यहां से पैनल सीधे स्क्रीनिंग कमेटी को जाएगा। इस पर केन्द्रीय चुनाव समिति के अनुमोदन के साथ आलाकमान की मुहर लगेगी। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में इस बार निचले स्तर से कवायदें शुरू की है। वहीं प्रत्याशियों की घोषणा के बाद बूथ कमेटियां तय करने की गतिविधियों पर भी विराम लगा है। इसके लिए भी प्रत्याशियों को ही मशक्कतें करनी पड़ती थी। वहीं प्रत्याशियों की पसंद पर संगठन मुहर लगाता रहा है।
इस बार काडर बेस पर चुनाव लडऩे की दिशा में कांग्रेस का पूरा पैटर्न ही बदला जाएगा। वहीं प्रत्याशियों को पूरी तरह संगठन पर निर्भर रहना पड़ेगा। सेक्टर और बूथ कमेटियां ही प्रत्याशियों का पूरा मोर्चा संभालेगी। इधर पहले ही संकल्प शिविरों के जरिए प्रत्याशियों की सभी क्षेत्रों में खोज होती रही है। वहीं सभी सीटों में बाकायदा दावेदारों का पैनल भी तैयार कर लिया गया है। हालांकि इसके बावजूद यह पैनल अंतिम नहीं होगा। ज्यादातर सीटों में राजनीतिक परिस्थितियों के लिहाज से बदलाव की गुजाईश बनी हुई है।
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