नयी दिल्ली : पिछले पांच वर्षों में बैंकिंग प्रणाली में 61000 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले की बात करते हुए कांग्रेस ने केंद्र सरकार से बैंकिंग प्रणाली पर एक श्वेत पत्र लाने को आज कहा। पार्टी ने आरोप लगाया कि ‘धोखाधड़ी करने वालों’ का संबंध भाजपा नीत राजग सरकार में सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों से है। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘‘बैंक धोखाधड़ी का जैक रॉबिन्सन से भी तेजी से खुलासा हो रहा है।’’ जैक रॉबिन्सन का उल्लेख तेजी दिखाने के संबंध में होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक और बैंकिंग धोखाधडी सामने है। पीएनबी में हुए 11 हजार 400 करोड़ रुपये के घोटाले का उल्लेख करते हुए तिवारी ने कहा कि जहां ‘मोदी-चोकसी प्रकरण’ अभी चल ही रहा है कि एक अन्य बैंकिंग धोखाधड़ी की खबर आई है। पीएनबी घोटाले के तहत अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने कथित तौर पर सरकारी बैंक से धोखाधड़ी करके लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) हासिल किया।
उन्होंने कहा कि रोटोमैक पेन्स के मालिक विक्रम कोठारी पर भारतीय बैंकों के समूह का 800 करोड़ रुपये बकाया होने का आरोप है और अब उसका पता नहीं चल रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय बैंकों में धोखाधड़ी हर रोज बढ़ रही है। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच वर्षों में 61 हजार 260 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी हुई है। इन पांच वर्षों में से चार वर्षों में भाजपा नीत राजग सरकार सत्ता में रही है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि इन कथित धोखाधड़ी करने वालों और भाजपा में शीर्ष पर बैठे लोगों के बीच संबंध भारतीय अर्थव्यवस्था की सेहत के बारे में कुछ गंभीर सवाल उठाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये कांग्रेस पार्टी सरकार से भारतीय बैंकिंग प्रणाली पर श्वेत पत्र लाने की मांग करती है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नीत राजग सरकार को सभी बैंकों को निर्देश देना चाहिये कि वे धोखाधड़ी करने वालों और गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) से संबंधित ब्योरा प्रकाशित करें। सितंबर 2017 तक सभी सरकारी और निजी बैंकों का कुल एनपीए 8,36,782 करोड़ रुपये का था।
उन्होंने कहा, ‘‘और इनमें से 77 फीसदी एनपीए अग्रणी भारतीय कॉरपोरेट ऑफिसों के हैं।’’ उन्होंने सरकार पर एनपीए पर रोक लगाने और जनता के पैसे का खयाल नहीं रख पाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एनपीए के मामले में 39 देशों में भारत का पांचवां स्थान है। एनपीए तब होता है जब कर्जदार लगातार दो तिहाई में ब्याज का भुगतान नहीं कर पाता है। कांग्रेस पीएनबी घोटाले को लेकर सरकार पर लगातार हमले कर रही है।
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