विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के उस बयान पर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि साल 2018 की बाढ़ के तुरंत बाद उनकी नीदरलैंड यात्रा, बाढ़ की रोकथाम के डच मॉडल का अध्ययन करने के लिए थी और इसे केरल में लागू किया जाएगा।
घरों में पानी घुसने से हजारों लोग बेघर
कांग्रेस नेता सतीसन ने राज्य की राजधानी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद मीडिया को संबोधित किया, जहां रविवार को भारी बारिश के बाद निचले इलाकों में रहने वाले सैकड़ों लोग शिविरों में चले गए हैं। उन्होंने पूछा कि क्या यह वही डच मॉडल है जिसके बारे में विजयन बात कर रहे थे, जब सिर्फ एक दिन की बारिश से राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ आ गई थी और घरों में पानी घुसने से हजारों लोग बेघर हो गए थे।
विपक्ष के नेता सतीसन ने बारिश को घेरा
विपक्ष के नेता सतीसन ने आगे कहा कि इससे भी दिलचस्प बात यह है कि जब बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस रहा था, तब सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन के-रेल की आवश्यकता के बारे में बात कर रहे थे, जिसे केंद्र ने कुछ कारणों से रोक दिया है। केरल में विकास जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए।
विजयन को लोगों की मदद करने में कोई दिलचस्पी नहीं
विजयन सरकार को कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की विशेषज्ञता के आधार पर मौसम पूर्वानुमान पर भरोसा करने की आवश्यकता को गंभीरता से लेना होगा। आगे उन्होंने कहा कि आज ऐसी तकनीकें मौजूद हैं जो सटीक रूप से बता देंगी कि कब बारिश हो रही है और कहां बाढ़ आने की संभावना है, लेकिन विजयन को लोगों की मदद करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।