पेट्रोल-डीजल और दूध के बढ़े दामों के बीच रसोई गैस की कीमतों में भी इजाफा हुआ है। एक जुलाई से घरेलू रसोई गैस पर 25.50 रुपये का इजाफा किया गया। रसोई गैस के बढ़े दामों को लेकर केंद्र सरकार एक बार फिर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस ने एलपीजी सिलेंडर के दाम कम करने की मांग करते हुए कहा कि महामारी और आर्थिक संकट के समय सरकार का यह कदम उसकी उदासीनता को दिखाता है।
पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह लोगों के घाव पर नमक छिड़कने के अलावा कुछ नहीं है। पिछले छह मौकों पर रसोई गैस की कीमतों में 240 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। नवंबर, 2020 में एक सिलेंडर की कीमत 594 रुपये की थी जो जुलाई, 2021 तक बढ़कर 834 रुपये हो गई है।’’
बहुत हुई महंगाई की मार, बस करो मोदी सरकार
सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जब दाम भी बढ़ते हैं तो मोदी जी का नारा ‘बहुत हुई महंगाई की मार..’ याद आता है। हम सरकार से कहना चाहते हैं कि बहुत हुई महंगाई की मार, बस करो मोदी सरकार।’’ कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ‘‘यह सरकार पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतें उस वक्त बढ़ा रही है जब देश के लोग गंभीर संकट से घिरे हैं। यह सरकार की उदासीनता को दिखाता है।’’
अरामको की गैस की कीमत से निर्धारित होते हैं भारत में रसोई गैस के दाम
कांग्रेस प्रवक्ता के मुताबिक, ‘‘भारत में रसोई गैस के दाम ‘सऊदी अरामको’ (सऊदी अरब की कंपनी) की गैस की कीमत से निर्धारित होते हैं। कुछ समय पहले तक सऊदी अरामको की गैस का दाम 587 डॉलर प्रति मीट्रिक टन था तो रसोई गैस की कीमत 809 रुपये थी। अब सऊदी अरामको की गैस के दाम 523 डॉलर प्रति मीट्रिक टन हो गये हैं। ऐसे में यहां रसोई गैस की कीमतें कम क्यों नहीं हुई?’’
उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘सरकार एक लोन मेला और लगवा दे ताकि लोग लोन लेकर पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस खरीद सकें।’’ सुप्रिया ने सवाल किया कि क्या उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त सिलेंडर हासिल करने वाले गरीब परिवार के लोग 834 रुपये की रसोई गैस खरीद सकते हैं? उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की मांग है कि सरकार अपनी संवेदना दिखाते हुए महामारी से जूझ रहे देश को राहत दीजिए और एलपीजी गैस के दाम कम कीजिए।’’