कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। वही दूसरी तरफ बीजेपी की और से भी प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। बीजेपी की इस कॉन्फ्रेंस में इस बार सबसे अहम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मौजूद होना है। अपने पांच साल के कार्यकाल में पीएम मोदी पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा बने है। राहुल गांधी ने कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर हमला किया।
राहुल गांधी ने कहा की प्रधानमंत्री चुनाव खत्म होने के 4-5 दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं, अभूतपूर्व, भारत के प्रधानमंत्री पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। अब जब प्रधानमंत्री लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आपने राफेल पर मुझसे बहस क्यों नहीं की? मैंने आपको बहस के लिए चुनौती दी थी, प्रेस को बताएं कि आपने बहस क्यों नहीं की?।
विपक्षी गठबंधन पर बोलते हुए राहुल ने कहा, मैंने स्पष्ट रूप से कहा है, जनता 23 मई को फैसला करेगी, और इसके आधार पर हम काम करेंगे। पांच सालो में पीएम मोदी द्वारा एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किये जाने को लेकर राहुल गांधी ने कहा की पीएम मोदी ने राफेल मुद्दे पर बहस की मेरी चुनौती क्यों नहीं स्वीकार की?। नरेंद्र मोदी को सत्ता से बेदखल करने के लक्ष्य के साथ कांग्रेस, बसपा और सपा वैचारिक तौर पर एक ही धारा में हैं।
इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग को लेकर कहा, चुनाव आयोग की भूमिका इस चुनाव में पक्षपाती रही है, मोदी जी जो भी कहना चाहते हैं वह कह सकते हैं जबकि हमें एक ही बात कहने से रोका जाता है। ऐसा लगता है कि चुनाव कार्यक्रम मोदी जी के चुनाव प्रचार के लिए बनाया गया था। बीजेपी और नरेंद्र मोदी के पास बहुत पैसा है जबकि हमारे पास सच्चाई है। इन चुनावों में चुनाव आयोग की भूमिका पूर्वाग्रह से ग्रसित रही है और उसने पीएम मोदी के कार्यक्रमों को ध्यान में रखकर आदेश जारी किए हैं।
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उन्होंने कहा, हमने नरेंद्र मोदी के लिए 90 फीसदी दरवाजे बंद कर दिए हैं, विरोधियों को गाली देकर उन्होंने खुद ही अपने 10 फीसदी रास्ते बंद कर दिए। हमने प्रभावी ढंग से जनता के मुद्दे उठाए। मोदी जी के पास असीमित धनबल, मार्केटिंग, टीवी प्रचार था; हमारे पास सिर्फ “सच्चाई” थी और सच्चाई जीतेगी। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमने मोदी और बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ी और हमारे संस्थानों की रक्षा की। यही हमारा मूल कर्तव्य है।