संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के चौथे दिन भी लोकसभा में विपक्ष ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर खूब हंगामा किया। इस मुद्दों में राजस्थान से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सांसद हनुमान बेनीवाल के गांधी परिवार के बारे में एक विवादास्पद बयान का मुद्दा भी शामिल है। विवादास्पद बयान को लेकर कांग्रेस के सांसदों ने बेनीवाल के निलंबन की मांग करते हुए हंगामा किया।
हंगामे को बढ़ता देख पीठासीन सभापति रमा देवी ने कार्यवाई स्थगित कर दी। हंगामे के बीच ही सरकार ने खनन विधियां संशोधन विधेयक 2020 पारित कराने का प्रयास किया लेकिन हंगामे के कारण यह पारित नहीं हो सका।
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लोकसभा में गुरूवार को देश में कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति पर सुझाव रखते हुए सत्तारूढ़ राजग में सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सदस्य हनुमान बेनीवाल ने गांधी परिवार को लेकर एक विवादास्पद बयान दे दिया, जिस पर कांग्रेस सदस्यों के भारी हंगामे के कारण सदन की बैठक दोपहर करीब एक बजे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी।
सदन में सुबह से ही दिल्ली हिंसा पर जल्द ही चर्चा कराने की मांग को लेकर कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों के भारी शोर-शराबा कर रहे थे। इसके कारण प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सका। सुबह, पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने कहा, ‘‘पिछले तीन दिनों से जिस प्रकार से सदन में कामकाज को बाधित किया जा रहा है, उससे लोकसभा अध्यक्ष (ओम बिरला) दुखी हैं, पूरा देश दुखी है।’’
महताब ने कहा कि दिल्ली दंगे का मुद्दा है, कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति का मुद्दा है, इस पर चर्चा हो। लेकिन जिस प्रकार से सदन को बाधित किया जा रहा है, उससे किसी का फायदा नहीं होने वाला है। वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि तीन चौथाई सदस्य चाहते हैं कि सदन सुचारू रूप से चले और कुछ सदस्य कार्यवाही बाधित कर रहे हैं।