कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने कई बड़े ऐलान किए है। आरबीआई द्वारा किए गए ऐलानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों और किसानों की मदद करने वाला बताया। वहीं कांग्रेस ने इस पर निराशा जताते हुए बेमतलब करार दिया है।
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ”आरबीआई की घोषणा का कोई मतलब नहीं है। लोगों को इससे निराशा हुई है।” उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण पैदा हुई स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार को ज्यादा कदम उठाने चाहिए।
अर्थव्यवस्था के लिए RBI द्वारा उठाए गए कदम PM मोदी के दृष्टिकोण को देते हैं मजबूती : अमित शाह
गौरतलब है कि आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते केंद्रीय बैंक आर्थिक हालात पर लगातार नजर रखे हुए है और वह आर्थिक तंत्र में पर्याप्त नकदी बनाये रखने के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। केन्द्रीय बैंक ने इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर में 0.25 प्रतिशत कटौती कर उसे 3.75 प्रतिशत कर दिया। हालांकि, रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
रिवर्स रेपो दर घटने से बैंक अपनी नकदी को फौरी तौर पर रिजर्व बैंक के पास रखने को कम इच्छुक होंगे। इसके साथ ही उन्होंने ने राज्यों पर खर्च के बढ़ते दबाव को देखते हुए उनके लिए अग्रिम की सुविधा को 60 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। अभी तक इसके लिए 30 प्रतिशत की सीमा थी। इससे राज्यों को इस कठिन समय में संसाधन उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।