ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को निर्वाचन आयोग का रूख किया और मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में मतगणना के दौरान स्वतंत्र और निष्पक्ष नतीजे सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाय करने की मांग की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की और स्ट्रांग रूम के अंदर ईवीएम की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की जबकि पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि छत्तीसगढ़ में ईवीएम होटल के कमरे में मिली हैं। उन्होंने मामले की जांच की मांग की।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने चुनाव आयोग से मतों की गणना स्वतंत्र और निष्पक्षता से कराने को कहा। तिवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा इन राज्यों में हार के डर से कदाचार कर रही है।
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उन्होंने कहा, ‘‘ ईवीएम होटल के कमरों में क्या कर रही थीं? चुनाव होने के बाद, ईवीएम को स्ट्रांग रूम में रखा जाना चाहिए था। स्ट्रांग रूम में रखे जाने के बजाय यह होटल के एक कमरे में मिली। एक तरफ निर्वाचन आयोग कहता है कि अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। दूसरी ओर राज्य निर्वाचन आयोग कहता है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ तथ्य यह है कि वे अनाधिकृत स्थान पर थी और यही छेड़छाड़ का सबूत है।’’
पटेल ने निर्वाचन आयोग को सुझाव दिया कि आयोग को ईवीएम को स्ट्रांग रूम से मतगणना केंद्रों तक ले जाने के दौरान अधिकारियों के साथ सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को जाने की इजाजत देनी चाहिए। योग्य मतदाताओं से मिले डाक मत पत्र को क्रॉस चेक करना और तीनों जिलों — राजनंदगांव,कोंडागांव और बिलासपुर– के वरिष्ठ अधिकारियों के आचरण की समीक्षा और पहले दौर की गणना शुरू होने के बाद ही दूसरे दौर की गणना शुरू करनी चाहिए।
इससे पहले शनिवार को, कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग से मिला और आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में मतदाताओं के नाम को मतदाता सूची से हटाया गया है।
निर्वाचन आयोग से मिलने के बाद, पत्रकारों से एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि राज्य की धमतरी विधानसभा सीट पर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिल रही है।
उन्होंने दावा किया कि सीसीटीवी की मरम्मत करने के बहाने से लैपटॉप और मोबाइल फोन के साथ संदिग्ध लोग स्ट्रांग रूम के आसपास दिखाई दिए हैं जहां मतदान के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को रखा गया है।
पुनिया ने यह भी कहा कि पार्टी ने रायपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के यहां इस बाबत शिकायत भी दर्ज कराई है। कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने दावा किया कि मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में स्ट्रांग रूम में एक घंटे से ज्यादा वक्त तक बिजली गुल रही जिस वजह से सीसीटीवी कैमरों ने काम नहीं किया।
उन्होंने कहा कि राज्य में मतदान के 48 घंटे बाद, बिना नंबर प्लेट की एक स्कूल बस ईवीएम लेकर सागर जिला कलेक्टर के दफ्तर पहुंची।
तन्खा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ इसका मकसद जाहिर था कि इन मशीनों को कलेक्टर के कार्यालय में जमा कराना। इन अतिरिक्त ईवीएमों को चुनाव के दो घंटे बाद जमा कराना था न कि दो दिन बाद। ऐसा खुरिया सीट पर हुआ है जहां से राज्य के गृह मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में बूथ संख्या 44 में मतदाताओं के नामों को गलत तरीके से हटाने जैसी विसंगतियां सामने आ रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस बूथ के 100 में से 98 फॉर्मों में ये विसंगतियां पाई गई हैं और एक खास समुदाय के लोगों के नामों को सूची से हटाया गया है ताकि वे सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ मतदान नहीं कर सकें। सिंघवी ने कहा, ‘‘ चुनाव आयोग ने हमें आश्वस्त किया है कि वे इसे देखेंगे।’’