कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने ‘रिपब्लिक टीवी’ के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की कथित वाट्सऐप बातचीत को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करार दिया और कहा कि इस मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराई जानी चाहिए। सीडब्ल्यूसी की बैठक में वाट्सऐप बातचीत मामले, कृषि कानूनों और कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण के मुद्दों को लेकर 3 अलग-अलग प्रस्ताव पारित किए गए।
कांग्रेस कार्य समिति ने सरकार से तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने और कोरोना वायरस के टीके लगवा रहे स्वास्थ्यकर्मियों की चिंताओं को दूर करने के लिए आवश्यक उपाय करने और ‘मुनाफाखोरी’ रोकने का आग्रह किया। वाट्सऐप बातचीत मामले का उल्लेख करते हुए प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘सरकारी गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन हुआ है तथा राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ भी किया गया है। हम इसकी जेपीसी से जांच कराने की मांग करते हैं। जो लोग भी राजद्रोह के दोषी हैं, उन्हें कानून की जद में लाया जाना चाहिए और सजा दी जानी चाहिए।’’
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि संसद के आगामी सत्र में पार्टी समान विचारधारा वाले दलों के साथ मिलकर ‘किसान विरोधी कानूनों’ का विरोध करेगी और सरकार पर दबाव बनाएगी कि वह इन कानूनों को निरस्त करे।