पटना : केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा बदलाव की राजनीति करती है। अनु. जाति,जनजाति के सांसद विधायक, मेयर, मुखिया, भाजपा में है। इससे विपक्ष को परेशानी है। एससी, एसटी अत्याचार अधिनियम मामले में भारत सरकार कहीं पार्टी नहीं है। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में एससी-एसटी कानून मजबूत हुआ।
1989 में यह कानून आया और 2015 में इस कानून में व्यापक बदलाव किया गया। 1989 के एक्ट में मात्र 22 अपराध धारा 3, (1) और (2) दर्शाये गये थे िजसे 2015 के संशोधन में कईनये अपराध जोड़े गये हैं। उन्होंने कहा कि 20 मार्च 2018 को एससी-एसटी अत्याचार अधिनियम मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसला पर पांच दिन के अन्दर रिव्यू तैयार कर लिया था लेकिन छह दिन तक सुप्रीम कोर्ट बंद रहने के कारण इसे दायर नहीं किया गया।
एससी-एसटी का हितैषी बताने वाले मायावती के मुख्यमंत्रितत्व काल के दौरान 20 मई, 2017 को प्रदेश के कानून व्यवस्था में जारी आदेश के पैरा-18 में अनु. जाति, जनजाति अधिनियम का दुरूपयोग नहीं किये जाने के संबंध में कहा गया कि कतिपय लोग सरकार को बदनाम करने का प्रयास करेंगे।
दबंग व्यक्ति आपसी वैमनस्य के कारण प्रतिशोध की भावना से प्रेरित होकर अनु. जाति, जनजाति को मोहरा बनाकर झूठा मुकदमा दर्ज करा देते हैं। पुन : 29 अक्टूबर, 2007 कोउतर प्रदेश सरकार द्वारा अनु. जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के संबंध में स्पष्टीकरण जारी करते हुए आदेश जारी किया गया कि अनु. जाति, जनजाति के सदस्यों को उत्पीडऩ के मामले में त्वरित न्याय दिलाने के साथ-साथ यह भी ध्यान रखा जाये कि किसी निर्दोष व्यक्ति को अनावश्यक परेशान नहीं किया जाये।
उन्होंने कांग्रेस से सवाल कर कहा कि कांग्रेस अपने शासन में भीमराव अम्बेडकर, सरदार पटेल समेत अन्य हस्तियों को देशरत्न की उपाधि से क्यों नहीं नवाजा। भाजपा दलितों को राष्ट्रपति बनाया, एससी-एसटी के 100 छात्रों को कोलंबिया पढ़ाई के लिए भेजा, बेंचर कैपिटल स्कीम के तहत 290 करोड़ की योजना शुरू की।
प्रधानमंत्री का सोंच है कि इस वर्ग से आने वाले 6 करोड़ लोग डिजिटल साक्षर हों, जिसमें 8 लाख 26 हजार का रजिस्ट्रेशन हुआ है। 4 लाख 17 हजार टें्रड हुए। भाजपा अनु. जाति जनजाति विकास के प्रति संकल्पित है। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, उपाध्यक्ष देवेश कुमार, मीडिया प्रभारी पंकज सिंह, राकेश कुमार, अशोक भट्ट, भाई सनोज, नीतीश कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।
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