सरकार के साथ गतिरोध के बीच कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और मनिकम टैगोर ने मंगलवार को लोकसभा में स्थगन का नोटिस दिया। तिवारी ने अपने नोटिस में किसान आंदोलन का उल्लेख किया कि आंदोलन के दौरान कई किसानों ने कठोर मौसम, राज्य द्वारा कथित बल प्रयोग और किसानों पर हिंसक हमलों के लिए अपनी जान गंवा दी, विशेष रूप से लखीमपुर खीरी में हुई घटना, जहां किसान कथित तौर पर तेज रफ्तार वाहनों ने उन्हें कुचल दिया था।
किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने दिया स्थगन नोटिस
उन्होंने कहा, कई किसानों ने अपनी आजीविका खो दी है, क्योंकि वे किसानों के विरोध में सीमाओं पर बैठे थे। कई मामलों में, जिन किसानों ने अपनी जान गंवाई, वे अपने परिवारों के लिए एकमात्र कमाने वाले थे। सरकार को उन किसानों का रिकॉर्ड बनाना चाहिए जिन्होंने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए अपनी जान गंवाई है। उनके परिवारों को मुआवजा दिया जाए।
12 सांसदों के निलंबन पर भी उठ रही आवाज
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने भी लोकसभा में मुद्रास्फीति के कारणों पर चर्चा करने और केंद्र को पेट्रोल, डीजल और एलपीजी पर उत्पाद शुल्क को 2013 के स्तर तक कम करने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश देने के लिए स्थगन नोटिस दिया है। इसके साथ ही राज्यसभा से 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है, सांसदों के निलंबन पर विपक्ष लामबंद हो गया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बैठक बुलाई है, जिसमें 16 पार्टियों के नेता शामिल हुए।
निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष एकजुट
कांग्रेस की ओर से लगातार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश हो रही है, सांसदों के निलंबन पर आज विपक्षी दलों ने बैठक की, जिसकी अध्यक्षता राहुल गांधी ने की थी। जानकारी के मुताबिक अगर 12 सांसदों के निलंबन को वापस नहीं लिया जाता है तो विपक्षी पार्टियां राज्यसभा का बायकॉट करेंगी। वहीं, अब विपक्षी पार्टियां राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पास भी जाएंगे।