प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर व्यापारी समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि आजादी के बाद अर्थव्यवस्था के निर्माण में उनके योगदान को मान्यता नहीं दी गयी तथा कांग्रेस के ‘नामदारों’ ने कारोबारियों को ‘चोर’ कह कर बदनाम किया है। श्री मोदी ने यहां राष्ट्रीय व्यापारी महा सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी जनसंघ के समय से व्यापारियों को सम्मान और मान्यता देती आयी है जबकि कांग्रेस की नीति उन्हें अपमानित करने की रही है।
भाजपा व्यापारियों पर भरोसा करती है जबकि कांग्रेस उन पर इंस्पेक्टर राज लादती है। भामाशाह-महाराणा प्रताप का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस तथा अन्य दल व्यापारी समुदाय को खास अवसरों पर ही याद करते हैं जबकि भाजपा सरकार उनके कल्याण के लिए लगातार काम करती रही है। उन्होंने पिछले पांच साल के दौरान आर्थिक सुधारों और कारोबार के अनुकूल माहौल बनाने के प्रयासों का जिक्र किया और कहा कि अगले पांच साल में भाजपा ‘ईज ऑफ बिजनेस डूइंग से ईज ऑफ लिविंग’ की ओर बढ़ना चाहती है।
श्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिये बगैर कहा कि कांग्रेस के ‘नामदार’ कारोबारियों को ‘चोर’ कहते हैं और उनका अपमान करते हैं। उन्होंने महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस का वर्तमान नेतृत्व व्यापारियों का इतिहास नहीं जानता है जबकि अर्थव्यवस्था के निर्माण में कारोबारियों का महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने कांग्रेस पर व्यापारियों को बदनाम करने और उनका अनदेखा करने का आरोप लगाया और कहा कि महंगाई बढ़ने के लिए हमेशा व्यापारियों को बदनाम किया गया जबकि महंगाई बढ़ई कांग्रेस के जमाखोरों ने और उसकी तोहमत व्यापारियों के माथे मढ़ दी गयी। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को महंगाई की दोहरी मार झेलनी पड़ती है। महंगाई बढ़ने खुद उनकी क्रयशक्ति कम हो जाती है और धंधा भी मंदा हो जाता है।
मैं व्यापारियों की कठिन मेहनत से प्रभावित हूं … उनकी मेहनत से अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने में मदद मिली …मैंने पिछले पांच साल में आपके जीवन और कारोबार को सुगम बनाने के लिये काम किया।’’ उन्होंने कहा कि व्यापारी समुदाय मौसम का अनुमान बताने वालों की तरह है जो भविष्य में होने वाली आर्थिक गतिविधियों का पूर्वानुमान जता सकते हैं। मोदी ने कहा, ‘‘एक बार फिर 23 मई को मोदी की अगुवाई में सरकार सत्ता में आएगी। उसके बाद राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा। बोर्ड स्थायी होगा। यह सरकार तथा व्यापारियों के बीच बातचीत के लिये संस्थागत प्रणाली होगी।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा खुदरा कारोबार को बढ़ाने के लिये राष्ट्रीय खुदरा नीति लाएगी तथा जीएसटी के तहत पंजीकृत सभी कारोबारियों को 10 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराएगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा चुनावों के लिये जारी अपने संकल्प पत्र में भी ये वादे किये हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम किसानक्रेडिट कार्ड की तरह व्यापार क्रेडिट कार्ड योजना लाएंगे। हम छोटे कारोबारियों को पेंशन देने के लिये नीति लाएंगे।’’
मोदी ने व्यापारियों को बिना किसी गारंटी के 50 लाख रुपये तक का कर्ज उपलब्ध कराने का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत सरकारें महंगाई के लिये व्यापारियों को जिम्मेदार ठहराती रही हैं जबकि उनकी पार्टी के ही लोग जमाखोरी में लिप्त रहते थे और जिंसों की कालाबजारी करते थे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘युवाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिये भाजपा की नई सरकार स्टार्टअप क्षेत्र में 20,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी… देश में 2024 तक 50,000 स्टार्टअप शुरू होंगे।’’ उन्होंने वादा किया कि स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिये स्थानीय निकायों में अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने वाले केंद्र (इनक्यूबेटर) बनाये जाएंगे।
अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए मोदी ने कहा कि राजग ने कारोबार को आसान बनाने के लिये पिछले पांच साल में प्रतिदिन एक कानून के हिसाब से 1,500 पुराने कानून समाप्त किये। प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया, इंस्पेक्टर राज पर अंकुश लगाया गया तथा आयकर आकलन में व्यक्तिगत हस्तक्षेप को समाप्त किया गया। मोदी ने कहा कि केन्द्र और राज्यों में लगने वाले 17 विभिन्न करों को मिलाकर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लाया गया। जुलाई 2017 से इसे अमल में लाया गया।
इससे कारोबार पारदर्शी हुआ है, राज्यों में जांच चौकियां समाप्त हुई तथा पंजीकृत व्यापारियों की संख्या दोगुनी हुई। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कहता कि कोई गलती नहीं हो सकती (जीएसटी क्रियान्वयन में) लेकिन हमने व्यापारियों से मिले सुझाव के अनुसार विसंगतियों को तेजी से दूर किया है।’’ मोदी ने कहा सुझावों के आधार पर दैनिक उपयोग के ज्यादातर समानों पर शून्य कर रखा गया है जबकि 98 प्रतिशत जिंसों पर 18 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाया गया है। इतना ही नहीं जीएसटी के तहत कर रिटर्न फाइल करने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है तथा छोटे कारोबारियों के लिये छूट सीमा दोगुनी की गयी है।’’ उन्होंने कहा,‘‘ हम निरंतर इस प्रक्रिया को सरल बना रहे हैं।’’