देश में विपक्षी पार्टी कांग्रेस की उपस्थिति लगातार कमजोर हो रही है। ऐसे में कांग्रेस लगातार अपनी अंदरूनी कलह से आगे बढ़कर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन के अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख कर विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए संसद में एक प्रस्ताव लाने का अनुरोध किया है। कांग्रेस नेता ने लोकसभा अध्यक्ष को लोकसभा में कार्यवाही के सुचारू संचालन के लिए एक उपाध्यक्ष की नियुक्त करने के लिए भी लिखा है।
चौधरी ने एक अन्य पत्र में सोमवार से शुरू हो रहे (संसद के) शीतकालीन सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही की स्वतंत्र और निष्पक्ष कवरेज सुनिश्चित करने के लिए मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को कम करने का आग्रह किया। कांग्रेस नेता ने पत्र में कहा, ”आगामी संसद सत्र की पूर्वसंध्या पर, मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि हमारे ‘अन्नदाता’ के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए सदन किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसानों के लिए आम सहमति से एक शोक प्रस्ताव पारित कर सकता है।”
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उन्होंने कहा, ”सदन में प्रस्ताव पारित होने से हमारे किसानों द्वारा दिए गए बलिदान के प्रति हमारा आभार व्यक्त किया जाएगा।” चौधरी ने संविधान के अनुच्छेद 93 का हवाला देते हुए एक नया उपाध्यक्ष (डिप्टी स्पीकर) नियुक्त करने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि इससे सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित करने में भी मदद मिलेगी।
मीडिया पर प्रतिबंध का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले डेढ़ साल के दौरान महामारी संबंधी दिशा-निर्देशों की आड़ में अधिकतर पत्रकारों को ‘प्रेस गैलरी’ तक पहुंच और सांसदों के साथ बातचीत से वंचित कर दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘यह संसदीय लोकतंत्र की भावना के विरूद्ध है। मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि संसद और सांसदों को मीडिया की निगरानी से अलग-थलग करने की एक खतरनाक प्रवृत्ति उभर रही है। ’’ संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा और यह 23 दिसंबर तक चलेगा।