प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू सहित कई नेताओं ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एस जयपाल रेड्डी के निधन पर रविवार को शोक जताया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी रेड्डी के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, “श्री जयपाल रेड्डी को सार्वजनिक जीवन का वर्षों का अनुभव था। उनका स्पष्टवादी वक्ता और प्रभावी प्रशासक के रूप में सम्मान किया जाता था। उनके निधन से दुखी हूं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में रेड्डी के परिवार और शुभचिंतकों के प्रति उनकी संवेदनाए हैं।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रेड्डी के निधन पर रविवार को शोक व्यक्त करते हुए कहा कि रेड्डी चार दशकों से उसके निकट मित्र थे और आंध्र प्रदेश विधानसभा में वे अगल-बगल बैठा करते थे। उपराष्ट्रपति ने एक संदेश में कहा, “वह शानदार वक्ता थे। उन्हें 1998 में ‘उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार’ से नवाजा गया था। तीक्ष्ण बुद्धि के धनी और हाजिर जवाब रेड्डी अपनी पार्टी के एक प्रभावशाली प्रवक्ता थे।”
उन्होंने कहा कि रेड्डी को लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए जाना जाता था। वह कमजोर एवं हाशिए पर मौजूद वर्गों के लिए अथक काम करने वाले समर्थक थे। उनकी कमी बहुत खलेगी।
वही, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वरिष्ठ नेता जयपाल रेड्डी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पूर्व केंन्द्रीय मंत्री को “तेलंगाना का महान पुत्र” बताया। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मैं पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री जयपाल रेड्डी के निधन के बारे में जान कर दुखी हूं।” उन्होंने कहा, “बेहतरीन सांसद, तेलंगाना के महान पुत्र, उन्होंने अपना पूरा जीवन जन सेवा में समर्पित कर दिया। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जयपाल रेड्डी के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए एक ट्वीट में कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री जयपाल रेड्डी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। देशहित में किये गए कार्यों के लिए आपका योगदान हमेशा याद किया जाएगा। मेरी गहरी संवेदनाएं एवं सहानुभूति परिवार के साथ हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।”
आपको बता दें कि जयपाल रेड्डी को हाल में निमोनिया हुआ था और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शनिवार देर रात एक बजकर 28 मिनट पर उनका देहांत हो गया। वह 77 वर्ष के थे। रेड्डी ने विभिन्न सरकारों में अहम पद संभाले। वह चार बार विधायक, पांच बार लोकसभा सांसद और दो बार राज्यसभा सदस्य चुने गए थे।
रेड्डी आई. के. गुजराल सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे थे। संप्रग-एक सरकार के दौरान उन्होंने शहरी विकास और संस्कृति जैसे मंत्रालयों को संभाला। संप्रग-दो सरकार में वह फिर शहरी विकास मंत्री बने। बाद में वह पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री बने लेकिन फिर उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिक और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय सौंप दिए गए।