राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शनिवार को कहा कि गुलाम नबी आजाद के त्यागपत्र में राहुल गांधी पर निजी खुन्नस में निशाना साधा गया तथा 2014 की चुनावी हार के लिए किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराना अनुचित है। पायलट ने कहा, ‘‘हम सभी संप्रग सरकार का हिस्सा थे, उसमें आजाद साहब भी शामिल थे। ऐसे में किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराना ठीक नहीं है।’’
जिम्मेदारी नहीं निभाई, आजाद ने
सचिन पायलट ने यह भी कहा कि आजाद के त्यागपत्र का समय बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और जब कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी सरकार के ‘कुशासन’ का मुकाबला करने की तैयारी कर रही है तो ऐसे समय आजाद ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।उन्होंने कहा, ‘‘आजाद करीब 50 वर्षों के दौरान कई पदों पर रहे। अब देश और पार्टी के लिए काम करने और लोगों के मुद्दे उठाने की जरूरत थी, ना कि इसकी (त्यागपत्र) जरूरत थी।’’राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष आजाद ने शुक्रवार को अपने त्यागपत्र में संप्रग सरकार के समय राहुल गांधी द्वारा एक अध्यादेश की प्रति फाड़े जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अपरिपक्वता का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण था।उन्होंने कहा, ‘‘इस बचकाना व्यवहार ने प्रधानमंत्री और भारत सरकार के प्राधिकार को पूरी तरह चोट पहुंचाई। इस एक कदम ने 2014 में संप्रग सरकार की हार में बहुत बड़ी भूमिका निभाई।’’