करीब 22 साल बाद कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव हो रहे हैं, लेकिन अबकी बार अध्यक्ष पद को लेकर गांधी परिवार अपनी स्थिति साफ कर चुका हैं। कांग्रेस के कद्दावर नेता अध्यक्ष बनने की होड़ में आगे बढ़ रहे हैं , लेकिन सब पहले एक सुर में राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष देखना चाहते थे, अध्यक्ष बनने को लेकर राहुल गांधी पहले ही ना कर चुके है। गहलोत दो दिन बाद कोच्चि जाने वाले हैं जंहा वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मनाने की कोशिश करेंगे। अगर वह राहुल गांधी को मनाने में कामयाब नहीं हो पाते हैं तो वह पार्टी के अध्यक्ष बनने केलिए तैयार हैं।
थरूर बनाम गहलोत होना तय !
पार्टी अध्यक्ष को लेकर गांधी परिवार अपनी तटस्थ भूमिका निभाना चाहता हैं, ताकि पार्टी का आतंरिक लोकतंत्र को दिखाया जा सके। बताया जा रहा हैं वैसे तो कई कद्दावर कांग्रेस नेता पार्टी का अध्यक्ष बनने के लिए कतार में खड़े हो गए हैं, लेकिन लगभग शशि थरूर व सीएम गहलोत में मुकाबला होना तय हैं। लेकिन इनसे अलग भी कई नेता पार्टी अध्यक्ष बनने के लिए नामांकन भर सकते हैं , मल्लिकार्जुन खड़गे तो राहुल गांधी से मिलने के लिए केरल रवाना भी हो गए है।
दिग्विजय भी लड़ सकते हैं चुनाव
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुरुवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं। इस दौरान वह सोनिया से मुलाकात कर सकते हैं। इस मुलाकात के तार भी अध्यक्ष पद के चुनाव से जोड़कर देखे जा रहे हैं। हाल ही में सिंह ने यह भी कहा था कि उन्होंने खुद की दावेदारी की संभावनाओं से इनकार नहीं किया है। सिंह का कहना था, ‘सभी को चुनाव लड़ने का हक है… आपको 30 की शाम को जवाब मिल जाएगा।’ खास बात है कि 30 सितंबर नामांकन की अंतिम तारीख है।
कौन -कौन शामिल हैं अध्यक्ष की दौड़ में
शशि थरूर व गहलोत के बाद अध्यक्ष पद की दौड़ में कई कद्दावर नेता शामिल होने वाले हैं, बताया जा रहा हैं G-23 ग्रुप सदस्य मनीष तिवारी भी पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।खबर है कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए केरल जाने की तैयारी कर ली है। इस फैसले के साथ ही उनकी दावेदारी को लेकर भी कयास लगाए जाने लगे हैं। शशि थरूर व मनीष तिवारी लगातार पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठा रहे थे । इसलिए गहलोत के सामने उनका टिकना मुश्किल बना रहेगा।