कांग्रेस पार्टी में अप्रत्याशित रूप से बड़े फेरबदल की मांग को लेकर लगभग 23 नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा। मिली जानकारी के अनुसार इन नेताओं में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व मंत्री कपिल सिब्बल, शशि थरूर, मिलिंद देवड़ा और जितिन दादा जैसे युवा नेता भी शामिल हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह पत्र लगभग एक हफ्ते पहले सोनिया को लिखा गया था। पत्र में कहा गया है कि पार्टी को संचालित करने के लिए प्रभावी केंद्रीय नेतृत्व के साथ-साथ एक क्लीयर कट मैकेनिज्म होना चाहिए जो जमीनी स्तर पर सक्रीय होना चाहिए। पत्र में एक प्रभावी सामूहिक प्रणाली की स्थापना करने की मांग की गयी है और फिर से चुनाव कराने और नए सिरे से जिम्मेदारी तय करने को कहा गया है।
उसमें कहा गया कि कांग्रेस का पुनरुत्थान ‘एक राष्ट्रीय अनिवार्यता’ है, जो लोकतंत्र के लिए जरूरी है। वहीं कांग्रेस में नेतृत्व के मुद्दे पर चल रही चर्चा के बीच पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक कल यानि सोमवार को होगी।
पार्टी नेतृत्व को लेकर यह मीटिंग काफी अहम है जो वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से होगी। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी की बैठक सोमवार को सुबह 11 बजे आरंभ होगी। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में मौजूदा राजनीतिक मुद्दों, अर्थव्यवस्था की स्थिति और कोरोना वायरस संकट समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
वैसे, सीडब्ल्यूसी की बैठक उस वक्त हो रही है जब अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी एक साल की अवधि पूरा कर चुकी हैं। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद उन्हें अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। पिछले कुछ हफ्तों के दौरान कांग्रेस के कई नेता खुलकर यह मांग कर चुके हैं कि एक बार फिर राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपी जाए। हाल ही में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि कांग्रेस के 100 फीसदी कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल गांधी फिर से पार्टी का नेतृत्व करें।