जयपुर : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस को झूठ का एटीएम बताते हुए शनिवार को भाजपा को विकास का ऐसा एटीएम बताया जो हर समस्या का समाधान कर देती है। इसके साथ ही उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक मामले में राहुल गांधी पर शहीदों का अपमान करने का आरोप लगाया। अपने चुनावी दौरे में शाह ने राजस्थान के फलौदी, बालोतरा, बायतु व बाड़मेर में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में सभाएं कीं। बालोतरा में शाह ने कहा,‘ कांग्रेसी सिर्फ बातें करना जानते है और झूठ का एटीएम है। भाजपा विकास का एटीएम है जहां समस्या बताओ और वह उसका समाधान कर देती है।’
उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों के बीच में रहने वाली पार्टी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले राम मंदिर निर्माण पर अपना रुख स्पष्ट करे। उन्होंने कहा, ‘मैं डंके की चोट पर कहता हूं .. भाजपा चाहती है जहां श्री राम का जन्म हुआ था वहीं भव्य राम मंदिर जल्द से जल्द बनाना चाहिए।’ भाजपा का स्पष्ट मत है कि राम मंदिर वहीं बनना चाहिए। फलौदी में शाह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सर्जिकल स्ट्राइक पर टिप्पणी करके देश के शहीदों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज सीमा की रक्षा कर रहे हर जवान को यह भरोसा है कि उसके पीछे सरकार खड़ी है।
सेना की सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ने देश को सुरक्षित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भारत सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए बदला लेने की क्षमता लेने वाला अमेरिका व इस्राइल के बाद तीसरा देश बन गया है। उन्होंने कहा,‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहीद जवानों का बदला लिया। राहुल गांधी बोल रहे थे कि उत्तर प्रदेश का चुनाव जीतने के लिये हमने सर्जिकल स्ट्राइक की…. आप देश के शहीदों का अपमान करते हो, आप में तो हिम्मत नहीं थी। शाह के अनुसार,‘‘आज सीमा पर तैनान हर जवान के दिल में एक भरोसा है कि मेरी सरकार मेरे पीछे एक चट्टान की तरह खड़ी है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने इससे पहले उदयपुर में एक कार्यक्रम में कहा था कि प्रधानमंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ‘सैन्य फैसले’ को भी ‘राजनीतिक संपत्ति’ बना दिया है जबकि यह काम तो पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सरकार तीन बार कर चुकी थी। शाह ने कहा, ‘‘एक ओर तो मोदी के नेतृत्व में देशभक्तों की टोली है तो दूसरी ओर राहुल के नेतृत्व में सत्ता का उपभोग करने वालों की टोली जिसके पास ना नेता है, ना नीति है और ना सिद्वांत।’ कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं किए जाने पर तंज कसते हुए शाह ने कहा, जिस सेना का सेनापति ही तय नहीं वह विजय कैसे प्राप्त कर सकती है।