देश में हाल में ही पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम सामने आए है। जहां पर देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को कहा कि देश में कांग्रेस आज भी सबसे विश्वसनीय विपक्षी दल है और इसलिए इसमें सुधार तथा नयी जान फूंकना जरूरी है।
शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा-
This is why @incindia remains by far the most credible of the national opposition parties. It’s also why it’s worth reforming & reviving. pic.twitter.com/cayCaCHjvd
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 13, 2022
उन्होंने देश में विभिन्न दलों के विधायकों की संख्या वाला एक चार्ट साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘यही वजह है कि कांग्रेस सबसे विश्वसनीय राष्ट्रीय विपक्षी पार्टी बनी हुई है। इसीलिए सुधार और नयी जान फूंकनी जरूरी है।’’ थरूर ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब हालिया विधानसभा चुनावों में हार को लेकर कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में चर्चा चल रही है।
शुरू हुई CWC की बैठक, इन मुद्दों पर होगी बात
सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय हो रही है जब कांग्रेस ने पंजाब में सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है। सोनिया गांधी पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, प्रियंका गांधी वाद्रा के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं। साथ ही, भाई-बहन की जोड़ी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी प्रमुख भूमिका निभाती है।
‘जी 23’ समूह की क्या रही प्रतिक्रिया?
इन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23’ समूह के कई नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की, जिसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गयी। राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस कार्य समिति में शामिल ‘जी 23′ के नेता सीडब्ल्यूसी की बैठक में चुनावी हार का मुद्दा और पार्टी संगठन में जरूरी बदलाव और जवाबदेही सुनिश्चित करने की अपनी पुरानी मांग उठा सकते हैं। ‘जी 23’ समूह के प्रमुख सदस्य गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा कांग्रेस कार्य समिति में शामिल हैं।