In spite of all our endeavours to diffuse the tense situation along LOAC which even resulted 20 precious lives of our army, China is hell bent upon altering the status quo
(1/3)— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) June 25, 2020
उन्होंने कहा, भारतीय सुरक्षा और प्रादेशिक अखंडता के लिए चीन हमारी ज़मीन पर लगातार और ज़बरदस्त तरीके से अतिक्रमण कर रहा है। अधीर रंजन ने लिखा कि चीनी सेना जो बॉर्डर पर है उसे किसी भी कीमत पर वापस भेजना होगा, हमारे हथियार अंडे देने के लिए नहीं हैं। ऐसे में सेना को जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए, चीनी आक्रामकता को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।
They are to be repulsed back by whatever means, our arsenals are not meant for hatching eggs, so strike back, drive back, force back the Chinese aggression, god will be Indian in deciding the course of conflict
(3/3)— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) June 25, 2020
गौरतलब है कि बीते 15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सेना की हिंसक झड़प हुई। इस घटना में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, वहीं चीन के 40 से ज्यादा जवान या तो घायल हुए या मारे गए। लेकिन चीन ने आधिकारिक तौर अपने सैनिकों की संख्या नहीं बताई थी। इस झड़प के बाद दोनों देशों के बीच कमांडर सत्र पर वार्ता भी हुई, लेकिन यह वार्ता बेनतीजा साबित हुई।