BREAKING NEWS

विपक्ष लोकसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में◾'माफिया अतीक को पहली बार किसी मामले में हुई सजा', जानिए ! कौन-कौन सी लगाई गई है धाराएं ◾प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष की एकता पर निशाना साधा◾कांग्रेस की धुरी है गांधी परिवार, पार्टी को एकजुट रखती है : मुख्यमंत्री गहलोत◾महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सत्तारूढ़ गठबंधन के अन्य नेताओं ने सोशल मीडिया पर सावरकर की लगाई तस्वीर ◾दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर साधा निशाना, भाजपा ने केजरीवाल पर बोला हमला◾जी20 की बैठक के लिए विदेशी मेहमान पहुंचे रामनगर ◾कांग्रेस एकजुटता के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए अप्रैल में शीर्ष विपक्षी नेताओं की बुलाएगी बैठक ◾Social Media पर सामने आये CCTV फुटेज में बिना पगड़ी के दिखा अमृतपाल सिंह◾जामिया नगर हिंसा मामला : दिल्ली उच्च न्यायालय ने इमाम, 10 अन्य को आरोपमुक्त करने के आदेश को आंशिक रूप से किया रद्द ◾नगालैंड विधानसभा ने मई में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव नहीं कराने का प्रस्ताव किया पारित ◾‘बीजेपी ने 7 साल में कांग्रेस के 75 साल बराबर लूटा’ ... दिल्ली विधानसभा में बोले केजरीवाल◾Noida की सोसायटी में नमाज को लेकर विवाद, मौके पर पुलिस फोर्स तैनात ◾उत्तर प्रदेश को मिलेगा चौथा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, इस शहर में होगा निर्माण ◾‘सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए हेट स्पीच का त्याग मौलिक जरूरत’, सुप्रीम कोर्ट की अहम टिप्पणी◾राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं- गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने भारत की परिकल्पना ज्ञान के प्रमुख स्रोत के तौर पर की थी◾UP News: फतेहपुर में श्रद्धालुओं से भरा वाहन सड़क किनारे खड़े कंटेनर से टकराया, 3 की मौत◾‘PM कम पढ़े-लिखे... चीजों को ठीक से नहीं समझते’, CM केजरीवाल के फिर बिगड़े बोल ◾ क्या राहुल गांधी कांग्रेस के षडयंत्र का शिकार हुए? अनुराग ठाकुर ने पूछा सवाल ◾‘वीडी सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं होता तो MVA छोड़ क्यों नहीं देते’, बावनकुले की ठाकरे को चुनौती ◾

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कृषि कानूनों पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने गुरुवार को तीन विवादास्पद कृषि कानूनों पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। नोटिस में उन्होंने कहा, "मैं एक महत्वपूर्ण मसले पर चर्चा करने के उद्देश्य से सदन के कामकाज का स्थगन कर एक प्रस्ताव पेश करने के लिए अवकाश मांगने के अपने इरादे का नोटिस देता हूं, अर्थात तीन कृषि कानूनों -- आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020, किसान व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020 और मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता, अधिनियम, 2020 संसद द्वारा पारित किया है, जो मुट्ठी भर पूंजीपतियों को भारत के किसानों को अपने अधीन करने की शक्ति देता है।" 

उन्होंने नोटिस में कहा कि हजारों किसान पिछले साल अगस्त से इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं और विरोध प्रदर्शन के दौरान 130 से अधिक किसानों (20 जनवरी तक) को अपनी जान गंवानी पड़ी है और कई दौर की वार्ता विफल रही है। सरकार के पास इन कानूनों को पूरी तरह से निरस्त करने लिए पर्याप्त आधार है। सदन में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को स्पीकर से अनुरोध किया कि हंगामे के बीच सरकार को पहले किसानों के मुद्दे पर प्राथमिकता से चर्चा करनी चाहिए। 

राज्यसभा में इसी तरह के विरोध का जिक्र करते हुए, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार और विपक्षी दलों ने इससे पहले एक बैठक में निर्णय लिया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर 15 घंटे की चर्चा करके सदन को चलने दिया जाए, जो एक परंपरा है, और फिर किसानों का मुद्दा उठाते हैं। 

जोशी ने कहा, "मुझे नहीं पता कि विपक्ष ने अपनी रणनीति क्यों बदल दी।" कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए 26 नवंबर से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में विपक्ष आवाज उठा रहा है। 

रामपुर जा रही प्रियंका गांधी का काफिला हादसे का शिकार, आपस में टकराई गाड़ियां