कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर पार्टी में काफी समय विचार- विमर्श चल रहा है। जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव होने वाले है। ऐसे में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अध्यक्ष पद के चुनाव लड़ने के संकेत दिए है ,और उसके बाद सोनिया गांधी से मुलाकात की। बैठक में सोनिया गांधी ने साफ कर दिया कि पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव एकदम निष्पक्ष और स्वतंत्र होगा।
आपको बता दें कि भले ही अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष के साथ सीएम बने रहने का संकेत दिया हो, लेकिन कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है, कि अगर वह अध्यक्ष बनते है तो उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उदयपुर में कांग्रेस की बैठक के दौरान ये फैसला लिया गया कि एक शख्स सिर्फ एक ही पद पर रहेगा। मध्य प्रदेश का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कमलनाथ को भी अपना पद छोड़ना पड़ा था।अशोक गहलोत को सीएम पद छोड़ना होगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, कि सीएम बने रहने की बात नहीं है, ये तो समय ही बताएगा कि मैं कहा रहता हूं। लेकिन, मैं वहां रहना पसंद करूंगा जहां मेरे रहने से मेरी पार्टी को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि आज देश की जो स्थिति है उसके लिए कांग्रेस को मजबूत होना पड़ेगा।