कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हैं। कई कद्दावर नेताओं के मैदान उतरने के बाद भी कई पार्टी कार्यकर्ता गांधी परिवार में से ही पार्टी का अध्यक्ष देखना चाहते हैं। अध्यक्ष चुनाव में सीएम अशोक गहलोत सबसे विश्वस्त उम्मीदवार माने जा रहे थे, वह इस दौड़ में सबसे आगे भी थे। लेकिन राजस्थान सीएम कुर्सी को लेकर सियासी संघर्ष के बाद गहलोत की विश्वनियता पर सवाल खड़ा हो गया हैं। जिस कारण गहलोत के काफी पीछे रहने के आसार है। लेकिन असम से कांग्रेस सांसद ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी को पार्टी की कमान सौंपनी चाहिए हैं , क्योंकि वह भारतीय पंरपरा के तौर पर गांधी परिवार की सदस्य नहीं हैं। खालिक के इस बुतके तर्क वाले बयान को सुनकर लोगों में उनकी काफी किरकिरी हो रही हैं।
प्रियंका गांधी अध्यक्ष बने कार्यकर्ता की भावना
बारपेटा से कांग्रेस सांसद खालिक ने कहा अगर ऐसी स्थिति में राहुल गांधी पार्टी की कमान नहीं संभालते हैं तो प्रियंका गांधी को पार्टी संभालनी चाहिए हैं , वह कार्यकर्ता की भावना का सम्मान करते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं की यही भावना है। 'कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि उन्हें संगठन का प्रभार लेना चाहिए लेकिन गांधी परिवार से कोई भी अगला कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनेगा, क्योंकि गांधी परिवार से अलग अध्यक्ष होने की बात चलते प्रियंका गांधी अब गांधी परिवार की सदस्य नहीं हैं क्योंकि वह वाड्रा परिवार की बहु हैं।
प्रियंका गांधी अध्यक्ष बने कार्यकर्ता की भावना
बारपेटा से कांग्रेस सांसद खालिक ने कहा अगर ऐसी स्थिति में राहुल गांधी पार्टी की कमान नहीं संभालते हैं तो प्रियंका गांधी को पार्टी संभालनी चाहिए हैं , वह कार्यकर्ता की भावना का सम्मान करते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं की यही भावना है। 'कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि उन्हें संगठन का प्रभार लेना चाहिए लेकिन गांधी परिवार से कोई भी अगला कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनेगा, क्योंकि गांधी परिवार से अलग अध्यक्ष होने की बात चलते प्रियंका गांधी अब गांधी परिवार की सदस्य नहीं हैं क्योंकि वह वाड्रा परिवार की बहु हैं।
आपको बता दे की गांधी परिवार कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर पहले ही अपनी स्थिति को स्पष्ट कर चुका हैं, क्योंकि कई कांग्रेसी सदस्य ग्रुप बनाकर गांधी परिवार की अध्यक्षता को लेकर सवाल खड़े कर रहे थे । पीएम मोदी तमाम बीजेपी नेता कांग्रेस को परिवारवाद के नाम पर घेरते थे । गांधी परिवार ने इस आरोप से छुटकारा पाने के लिए ही अपने परिवार से अलग किसी भी व्यक्ति को पार्टी का अध्यक्ष बनाने के लिए निर्णय लिया हैं । राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से ही कांग्रेस अध्यक्ष पद सोनिया गांधी अंतरिम रूप से संभाल रही हैं ।
