आज कांग्रेस पार्टी के लिए काफी बड़ा दिन है, क्योंकि 22 साल बाद अध्यक्ष पद के लिए पार्टी में चुनाव हो रहा है। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी मतदान कर चुकी है। इस चुनाव में शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे एक दूसरे के सामने खड़े है । दोनों नेता एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है। लगातार दोनों कैंडीडेट्स पार्टी दिल्ली गेट से मिलकर वोट की अपील कर रहे थे अब देखना यह है कि आखिरकार दोनों में से कांग्रेस का नया अध्यक्ष कौन बनता है और गांधी परिवार के बाद कांग्रेस की कमान कौन संभालता है।
वही, कार्यकर्ताओं के बीच काफी उत्साह देखा जा रहा है। गांधी परिवार ने दोनों उम्मीदवारों में से किसी को अपना समर्थन नहीं दिया है, जिस वजह से चुनाव और भी दिलचस्प हो गया है। खुद आज सोनिया गांधी से इस चुनाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा की वो काफी खुश है। ये ऐतहासिक पल है। जिसका इंतज़ार सब काफी समय से कर रहे थे।
दोनों नेता लगातार कर रहे मीडिया से बात
इस बीच अब चुनाव के दोनों उम्मीदवार शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के कई नेताओं से चुनाव से पहले आखिरी बार मुलाकात कर रहे है। इसके साथ ही दोनों नेता अपने स्तर पर घोषणापत्र जारी कर चुके है। दोनों के घोषणापत्र में कई तरह के वादे किये गए है।
खड़गे ने जारी किया अपना घोषणापत्र
एक रिपोर्ट के अनुसार खड़गे ने पिछले दिनों समर्थन मांगने के साथ ही साथ कई बड़े ऐलान भी किए है। कार्यकर्ताओं से बात करके खड़गे ने साफ किया कि अगर वो अध्यक्ष बन गए तो आगामी समय में पार्टी में 50 फीसदी पोस्ट 50 से कम उम्र वाले लोगों को दिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि पार्टी को नए युवाओं की जरूरत है, जो पार्टी को एक नयी ऊर्जा दे के। साथ ही पुराने कार्यकर्ताओं को और सम्मान देने की भी जरूरत है। इसके साथ ही खड़गे ने यह भी अपने घोषणापत्र में कहा कि अगर वो अध्यक्ष बनते है तो वो गरीबों, दलितों, एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों के मुद्दे उठाने की पूरी कोशिश करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि देश में अभी महंगाई अहम मुद्दा है, उसपर चर्चा करना और केंद्र के सामने बात रखना जरुरी है।
जानिए थरूर का घोषणापत्र
वही, अपने मैनिफेस्टो के बारे में बात करते हुए थरूर ने कहा था कि ' आज हमारी पार्टी को एक बदलाव की जरूरत है और मुझे लगता है कि वह बदलाव मैं लेकर आने वाला हूं। हमारे सामने कई तरह की चुनौतियां खड़ी है, लेकिन हमें उसका डटकर सामना करना है। इसके लिए हमें पार्टी में कई तरह के बदलाव करने होंगे। आज के समय में पार्टी को फुल टाइम के अध्यक्ष की जरूरत है। एक ऐसा अध्यक्ष जिसके पास हर कार्यकर्ता की आवाज पहुंच सके। हमें नए ऊर्जा की जरूरत है। '